शिमला. राजधानी की सबसे हॉट सीट मानी जा रही शिमला ग्रामीण विधानसभा सीट पर टिकट को लेकर पेच फंस गया है। चुनाव घोषणा से पहले तक तय माने जा रहे उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह के टिकट पर सस्पेंस बरकरार है। तमाम अटकलों के बीच विक्रमादित्य सिंह दिल्ली रवाना हो गए हैं।
करीब छह महीने से सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह इस सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारियों में लगे थे कि ऐन मौके पर टिकट को लेकर पेच फंस गया। सूत्रों के अनुसार दरअसल कांग्रेस आलाकमान ने अभी तक विक्रमादित्य सिंह के टिकट पर कोई अंतिम फैसला नहीं लिया है। कांग्रेस एक पार्टी से एक उम्मीदवार को ही टिकट देने के पक्ष में हैं। उधर, सीएम वीरभद्र सिंह ने काफी पहले शिमला ग्रामीण सीट अपने बेटे के लिए छोड़ दी थी।
वीरभद्र सिंह खुद पिछला चुनाव इस सीट से जीते थे। पिछले एक साल में इस क्षे़त्र के लिए उन्होंने कई बड़ी घोषणाएं भी की। अटकलों को विराम देते हुए शिमला ग्रामीण की एक जनसभा में सीएम ने ऐलान किया था कि उनके बेटे अब इस सीट से चुनाव लड़ेंगे। सीएम खुद अर्की सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन टिकट पर सस्पेंस इतना ज्यादा है कि नामांकन का आखिरी दिन आ गया है लेकिन विक्रमादित्य के चुनाव लड़ने को लेकर स्थिति ही स्पष्ट नहीं है। अब माना जा रहा है कि रविवार शाम तक उनके चुनाव लड़ने को लेकर स्थिति साफ हो जाएगी।
सोमवार को रैली के लिए मांगी है अनुमति
टिकट के पेंच के बीच विक्रमादित्य सिंह ने सोमवार को शिमला में रैली करने के लिए जिला प्रशासन से अनुमति ले रखी है। तय कार्यक्रम के अनुसार विक्रमादित्य सुबह साढ़े 11 बजे से रैली निकालेंगे। शिमला ग्रामीण के हजारों लोग उनके साथ होंगे।
भाजपा उम्मीदवार प्रमोद भी सोमवार को भरेंगे नामांकन
उधर, भाजपा उम्मीदवार प्रमोद शर्मा भी सोमवार को ही नामांकन भरने वाले हैं। प्रमोद शर्मा ने शनिवार को नगर निगम का 47 हजार टैक्स भी भर दिया है। निगम ने उन्हें एनओसी दे दी है। भारी समर्थकों के बीच प्रमोद सोमवार को शिमला ग्रामीण एसडीएम कार्यालय में नामांकन जमा करेंगे।