नई दिल्ली. भारत एक बार फिर human space mission की ओर ऐतिहासिक कदम बढ़ाने जा रहा है। भारतीय वायुसेना के अनुभवी test pilot और Group Captain शुभांशु शुक्ला अब Axiom Space के Ax-4 Mission का हिस्सा बनकर International Space Station (ISS) की यात्रा करेंगे। यह भारत के अंतरिक्ष इतिहास के लिए एक बड़ा मोड़ साबित हो सकता है।
SpaceX और Axiom का साझा मिशन: भारत की नई छलांग
इस मिशन में शुभांशु शुक्ला pilot की भूमिका निभा रहे हैं। उनके साथ Mission Commander Peggy Whitson (USA), Tibor Kapu (Hungary), और Slawosz Wuznanski-Wisniewski (Poland) भी शामिल हैं। यह अंतरिक्ष मिशन अमेरिका के Kennedy Space Center से 10 जून को Falcon 9 rocket के ज़रिए लॉन्च होगा।
Axiom ने इस मिशन को Mission Akash Ganga नाम दिया है, जो भारत के अंतरिक्ष सपनों को एक नई ऊंचाई पर ले जाने वाला है।
फुल ड्रेस रिहर्सल और Static Fire Test सफल
Falcon 9 Static Fire Test सफल रहा है, और अब टीम लॉन्च से पहले के अंतिम डेटा की समीक्षा कर रही है। मौसम की स्थिति पर नजर रखी जा रही है ताकि मिशन निर्धारित समय पर रवाना हो सके।
पहली बार कोई भारतीय नागरिक पहुंचेगा अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन
39 वर्षीय शुभांशु शुक्ला उत्तर प्रदेश के लखनऊ के रहने वाले हैं और 2006 में उन्होंने भारतीय वायुसेना में कमीशन प्राप्त किया था। उन्होंने 2000+ घंटे की उड़ान का अनुभव अर्जित किया है और Sukhoi-30MKI, MiG-21, Jaguar, और Hawk जैसे प्रमुख फाइटर जेट्स उड़ाए हैं।
2020 में उन्हें ISRO के Gaganyaan mission के लिए चुना गया था। अब, चार साल बाद, वह एक privately funded space mission में अंतरिक्ष की यात्रा करने जा रहे हैं।
“मैं खुद को बेहद भाग्यशाली मानता हूं…”
अपनी ऐतिहासिक उड़ान से पहले शुभांशु शुक्ला ने एक वीडियो संदेश में कहा कि मैं Group Captain शुभांशु शुक्ला हूं… यह मेरे लिए गर्व का क्षण है। मेरा सपना था उड़ान भरना, लेकिन अब मैं अंतरिक्ष में उड़ान भरने जा रहा हूं। मैं खुद को बेहद भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे यह अवसर मिला। उन्होंने विंग कमांडर Rakesh Sharma का ज़िक्र करते हुए कहा कि स्कूल के दिनों में वह उनके अनुभवों को पढ़कर प्रेरित होते थे। अब, वह खुद उस सपने को साकार कर रहे हैं।
इस मिशन से जुड़ी वैज्ञानिक उपलब्धियाँ
Ax-4 मिशन में space-based research की कई गतिविधियाँ की जाएंगी। इनमें human health, earth observation, और low-gravity experiments शामिल हैं। यह मिशन NASA, ESA (European Space Agency), और ISRO जैसे संगठनों के लिए भी महत्वपूर्ण डेटा प्रदान करेगा।