शिमला. लंबे अरसे बाद हिमाचल में राहत के बादल बरसे है. सोमवार सुबह से ही राज्य के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी और मध्यम व मैदानी इलाकों में बारिश सिलसिला जारी है. जिससे प्रदेश के न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज हुई है और समूचा हिमाचल शीतलहर की चपेट में है. वहीं बारिश और बर्फबारी होने ने से किसनों ने राहत की सांस ली.
हिमपात फसल के लिए संजीवनी मानी जा रही है
आलम यह है शिमला जिला के ऊपरी क्षेत्रों नारकंडा, खड़ापत्थर, कुफरी, मशोबरा राजधानी शिमला में सुबह से बर्फ के फाहे गिर रहे है. बर्फबारी व बारिश से बागवान व किसानों ने राहत की सांस ली है. 23 जनवरी के बाद शिमला में साल की दूसरी बर्फबारी हो रही है. करीब एक माह तक सूखा रहने के बाद बारिश और हिमपात फसल के लिए संजीवनी मानी जा रही है. ऐसे में जब राज्य में गेहूं, मटर, सरसों समेत सीजनल सब्जियों पर सूखे का संकट छाने लगा था. बर्फबारी न होने से सेब के लिए चिल्लिंग आवर पूरे न होने से सेब व स्टोन फ्रूट पर इसका विपरीत असर पड़ने लगा था। अब हिमपात होने से बागवानों ने थोड़ी राहत की सांस ली है.

मौसम विभाग ने सोमवार को भारी बर्फबारी व ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है. मामले पर राज्य सरकार ने भी जिला उपायुक्तों को अलर्ट रहने के निर्देश जारी किए हैं. मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह का कहना है कि शिमला, मंडी, कुल्लू, चंबा, किन्नौर, लाहुल स्पीति जैसे मध्य और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बारिश और बर्फबारी दर्ज हो सकती है. मंगलवार को भी मौसम का रुख ऐसे ही बने रहेगा होगा कड़े तेवर दिखायेगा.
जानें कहा कितनी बर्फ गिरी
केलांग -11.0 सेंटीमीटर,
कल्प – 1.6 सेमी,
कोठी – 15 सेमी,
भरमोर – 10 सेमी,
थियोग -3 ,सेमी
जुबबल- 1.3 सेमी
नाहन -23.1 मिमी,
सोलन- 21.0 मिमी,
धर्मशाला- 20.0 मिमी,
बेर्थिन- 18.2 मिमी,
धर्मपुर- 15.2 मिमी,
हमीरपुर- 15 मिमी,
कोटखाई – 15.0 मिमी,
नैना देवी- 12.2 मिमी,
मनाली- 9 मिमी,
ऊना- 7 मिमी,
शिमला – 5.8 मिमी,
मंडी-2.1 मिमी,
भुंतर – 2 मिमी