शिमला. राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने बुधवार को कहा कि आध्यात्म की शक्ति, चरित्र निर्माण के साथ-साथ व्यक्तित्व को ऊंचा कर देती है. चरित्र निर्माण से ही स्वस्थ समाज का निर्माण संभव है.
ब्रह्मकुमारी संस्थान में संबोधन
वह शिमला जिले के सुन्नी में प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय संस्थान द्वारा आयोजित ‘चरित्र निर्माण आध्यात्मिक सम्मेलन’ में बतौर मुख्य अतिथि के रुप में संबोधित कर रहे थे. अपने संबोधन में उन्होने ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को आध्यात्मिकता से जोड़ने के काम की सराहना की है.
आचार्य देवव्रत ने व्यक्ति के चरित्र निर्माण पर बल देते हुए कहा कि आचरण की शुद्धता को बनाए रखने के कार्य किया जाना चाहिए. उन्होने लोगों से देवभूमि के उच्च आचरण को जीवन में अपनाने का आग्रह किया. इसके अलावा नशामुक्ति के खिलाफ अभियान चलाये जाने की ज़रूरत पर बल देते हुए उन्होने कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ मुहिम चलाने की आवश्यकता पर भी चर्चा की.
ओम शांति भवन का उद्घाटन
इससे पूर्व, राज्यपाल ने ओम शांति भवन का उद्घाटन किया. इस अवसर पर, अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय माऊंट आबू की वरिष्ठ राजयोगनी ब्रह्मकुमारी ऊषा बहन ने राज्यपाल का स्वागत किया. संस्थान के उत्तर भारत के निदेशक अमीर चन्द ने राज्यपाल का स्वागत किया तथा आध्यात्म के द्वारा आंतरिक शक्ति के विकास पर बल दिया. इसके साथ ही वरिष्ठ राजयोगी प्रकाश ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया.
लेडी गवर्नर दर्शना देवी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित रहे.