मंडी(सुंदरनगर). प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में ‘सीक्रेट आफ रीसाइलेंस’ विषय पर एक विशेष सेमिनार का आयोजन किया गया. इस सेमिनार में संस्थान के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय मांउट आबू से विशेष वक्ता के रूप में ब्रह्माकुमारी ऊषा ने शिरकत की. बीके ऊषा ने विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ‘सीक्रेट आफ रीसाइलेंस’ अर्थात आत्मा की वास्तविक गुणों को पुन: जाग्रत करना है. उन्होने कहा कि आत्मा के वास्तविक गुण शांति, ज्ञान, पवित्रता, आनंद, सुख, प्रेम व शक्ति है.
बीके ऊषा ने कहा कि आज मनुष्य इन वास्तविक मूल गुणों को बाहर खोज रहा है लेकिन यह गुण आत्मा के स्वयं के अंदर ही नीहित है. बीके ऊषा ने कहा कि इन मूल गुणों को पुन: जाग्रत करने के लिए 8 मुख्य मूल्य धैर्य, नम्रता, प्यार, परिपक्वता, ज्ञान, स्थिरता, साहस व सहयोग हमारे अंदर होने चाहिए. उन्होने कहा कि धैर्यता से हमें सुनने की क्षमता, नम्रता से उपलब्धता, प्रेम से सहनशीलता, परिपक्वता से अनुकूलशीलता ज्ञान से शक्ति, स्थिरता से निर्णय शक्ति, साहस से जिम्मेवारी निभाने की क्षमता, सहयोग से साथ में कार्य करने की क्षमता आती हैं. इन मूल्यों को धारण करने के लिए हमें एक लीडर के रूप में स्वयं को तैयार करना पड़ेगा.
कार्यक्रम में सुंदरनगर के ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्र के इंचार्ज बीके शीला ने सभी उपस्थित मेहमानों का धन्यवाद किया. वहीं कार्यक्रम में संस्थान की ओर से बीके नरेंद्र, कमलेश शशि व देशराज भी उपस्थित रहे.