कांगड़ा(जयसिंहपुर). जयसिंहपुर विधानसभा क्षेत्र में आजकल राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं. हर कोई अपने चहेते नेता के सिर पर जीत का सेहरा देखना चाहता है. मौजूदा समय में कांग्रेस के युवा विधायक यादविंदर गोमा सत्तासीन हैं और युवाओं के चहेते नेता के तौर पर अपनी छाप छोड़ चुके है. उनके समर्थक, सरकार के चहुंमुखी विकास का बखान कर रहे हैं. कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल कांग्रेस के कई समर्थक घर वापसी कर सकते है.
उनका कहना है कि भाजपा की अंतर्कलह से एक बार फिर यादविंदर गोमा की किस्मत में राज योग लिखा है. भाजपा की अंतर्कलह अभी तक शांत नहीं हुई है. मंडल अध्यक्ष मोहिन्दर ढडवाल पूरी तरह साथ रखने की कोशिश कर रहे है. वहीं नेताओं के समर्थक खासा नाराज हैं. सोशल मीडिया पर भाजपा के समर्थक एक दूसरे पर तंज कस रहे. पूर्व विधायक को बूढ़ा सांप और नेताओं को रावण तक की संज्ञा दे रहे हैं. उनके समर्थक इसको अपमान से जोड़ कर देख रहे हैं.
दलित समाज के गलियारों में आजकल आम चर्चा है कि भाजपा ने स्वाभिमान सम्मेलनों की आड़ लेकर राजनीतिक तौर पर ठगना चाहा. अब कई समर्थक तो कांग्रेस पार्टी को ही दलितों का मसीहा समझ रहे हैं. उनका कहना है आजतक कांग्रेस सरकार के द्वारा ही हमें सामाजिक हक और अधिकार मिले. जीवन यापन के लिए भूमिहीनों को भूमि और छत मिली.
इस बार एक जुटता देखकर स्वतंत्र उम्मीदवार मोहिन्दर कुमार और बसपा नेता केहर सिंह की किस्मत भी चमक सकती है. मगर राजनीतिक माहौल देखा जाये तो सीधी टक्कर कांग्रेस और भाजपा के बीच तय है.