नई दिल्ली. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को हरियाणा और केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या को “सालों से चले आ रहे दलितों के साथ भेदभाव का नतीजा” बताया। उन्होंने कहा कि राज्य के कुछ पुलिस अधिकारियों ने जानबूझकर पूरन कुमार को टारगेट किया ताकि उनका करियर खत्म किया जा सके।
चंडीगढ़ में परिवार से की मुलाकात
राहुल गांधी ने मंगलवार को चंडीगढ़ में पूरन कुमार के परिवार से मुलाकात की और उनकी दुखद मौत पर गहरा शोक जताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को राज्य की दलित आबादी के प्रति अपने वादे निभाने चाहिए।
“यह सिर्फ एक परिवार की इज्जत का मामला नहीं है, बल्कि देशभर के दलित समुदाय के सम्मान से जुड़ा मुद्दा है,” — राहुल गांधी
“दलित समाज को गलत संदेश जा रहा है” — राहुल
राहुल गांधी ने कहा कि यह घटना दलित समुदाय को गलत संदेश दे रही है —
“चाहे कोई कितना भी सफल क्यों न हो जाए, लेकिन दलित होने के कारण उसे अब भी अन्याय झेलना पड़ता है।”
उन्होंने कहा कि यह मामला सिर्फ मृतक आईपीएस अधिकारी के परिवार की गरिमा का नहीं, बल्कि पूरे दलित समाज के सम्मान का सवाल है।
मुख्यमंत्री सैनी पर लगाए गंभीर आरोप
राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पर आरोप लगाया कि वे निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच करवाने के अपने वादे पर खरे नहीं उतरे।
उन्होंने दावा किया कि पूरन कुमार की बेटियां भारी मानसिक दबाव में हैं और प्रशासन उनकी मदद करने के बजाय उन्हें और परेशान कर रहा है।
पीएम मोदी और सीएम सैनी से की अपील
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के रूप में राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से अपील की कि वे अपने वादे पूरे करें और आईपीएस पूरन कुमार की बेटियों को न्याय दिलाएं।
उन्होंने यह भी कहा कि पूरन कुमार का अंतिम संस्कार सम्मानपूर्वक होने दिया जाए।