बिलासपुर (घुमारवीं). घुमारवीं टैक्सी चालकों के लिए आने वाले दिनों में रोजी-रोटी के लाले पड़ने वाले हैं. यह घुमारवीं शहर मे सड़क का विस्तारीकरण के चलते मजबूरन एनएच 103 पर से टैक्सियों के हटाने के कारण हो रहा है. आज तक घुमारवीं में टैक्सी स्टैंड न होने के कारण गाड़ियां एनएच 103 पर खड़ी की जा रही थी, जो नियम के विपरीत है.
टैक्सी स्टैंड के लिए सिर्फ राजनीति ही होती आ रही हैं. टैक्सी चालक अपनी गाड़ियों को एनएच 103 के ऊपर खडी़ करते हैं. घुमारवीं में छोटी बड़ी लगभग 79 गाड़ीयां दिन रात लोगों की सुविधा के लिए उपलब्ध रहती हैं. अब इन गाड़ी चालकों व मालिकों के माथे पर चिंता की लकीर साफ छलक रही है. इनके अनुसार पहले तो हम लाखों रुपये का लोन लेकर टैक्सी ली. ऊपर से पहले जहां गाड़ियां खड़ी करते हैं, वहां से भी शीघ्र गाड़ियां हटानी पड़ रही है. क्योंकि डबल लेन का कार्य प्रगति पर होने से एनएच के किनारे से गाड़ियां हटाई जाना लाजमी है.
प्रशासन व स्थानीय विधायक ने आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं किया
टैक्सी चालकों मे नंद लाल, नेक मुहम्मद, नितिन महाजन, सोनू, पप्पू, ललित सुभाष आदि ने कहा कि कई बार हम सभी चालकों ने प्रशासन व स्थानीय विधायक के समक्ष टैक्सी स्टैंड का मुद्दा उठाया पर आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला है.
टैक्सी स्टैंड के लिए कुछ समय पहले चालकों के द्वारा भूख हड़ताल भी की थी तो उस समय मौजूद एस डीएम ने आठवें दिन जूस पिला कर अनशन तुड़वा दिया था. उसे शीघ्र हल कर दिया जाएगा. भूख हड़ताल के दौरान दोनों पार्टियों के नेताओं ने अपनी हाजिरी भरी थी. आश्वासन दिया था कि शीघ्र हल कर दिया जाएगा पर लगभग दो साल बीत जाने के बाद आज तक कुछ भी नहीं हुआ है.
दोनों दलों के नेता अपनी राजनीति की रोटियां सेकते हैं
इन टैक्सी चालकों ने स्थानीय प्रशासन को चेताया है कि अगर शीघ्र हल नहीं हुआ तो फिर आंदोलन से भी गुरेज नहीं किया जा सकता है. शिवा टैक्सी यूनियन के प्रधान नंद लाल ने कहा कि सभी टैक्सी चालकों के द्वारा प्रशासन से बार बार आग्रह करने के बाबजूद भी आज तक टैक्सी स्टैंड के लिए जगह न देना गलत है. ऐसा ही दोनों दलों के नेता अपनी राजनीति की रोटियां सेकते हैं.
गाड़ियां हटाना हमारी मजबूरी
अब जब डबल लेन का कार्य हो रहा है तो एनएच से गाड़ियां हटाना हमारी मजबूरी है. नगर परिषद की अध्यक्षा गीता महाजन ने कहा कि मामला काफी समय से लंबित है तथा अाचार संहिता के तुंरत बाद सभी पार्षदों से विचार विर्मश करके हल करने की कोशिश की जाएगी. जिससे इन टैक्सी चालकों को भी परेशानी न उठानी पड़े तथा इनकी रोजी रोटी में बाधा उत्पन्न न हो. एसडी अनुपम ठाकुर ने कहा कि इस बारे में नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी से बात की जाएगी तथा उनको निर्देश दिए जाएगें कि प्रमुखता के आधार पर जल्दी इन टैक्सी चालकों के लिए स्थान चिह्नित करें जिससे कि इनकी रोजी रोटी सुचारू रूप से चल सके.