मंडी. अब प्राइवेट अस्पतालों में टीबी की दवाई लेने वालों का पूरा रिकार्ड रखना होगा. टीबी की दवाईयों का रिकॉर्ड रखने के लिए क्षेत्रीय अस्पताल मंडी में दवा विक्रेताओं के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें कैमिस्टों को एच-1 कैटागिरी व टी.बी. की दवाईयों का रिकॉर्ड रखने के लिए कैमिस्टों को जागरुक किया गया. इसके साथ ही प्रदेश में पहली बार जिला मंडी से दो कार्य करने के लिए 5 जिला के कैमिस्टों को निर्देश दिए गए.
अब यदि कोई भी मरीज किसी प्राइवेट अस्पताल, प्राईवेट क्लीनिक या कैमिस्टों से टीबी की दवाई लेगा तो उसकी जानकारी जिला ड्रग अधिकारी व टीबी कंट्रोल अधिकारी को देनी आवश्यक है. इसके लिए पांच जिला के कैमिस्टों को इस इश्तिहार लगाने के निर्देश जारी किए गए हैं. जिसमें मंडी, कुल्लू, लाहौल स्पिति, बिलासपुर व हमीरपुर शामिल हैं. इसके साथ ही कैमिस्टों को निर्देश दिए गए कि यदि कोई भी व्यक्ति टीबी की दवाई लेता है तो उसकी जानकारी उसी समय जिला ड्रग अधिकारी व जिला टीबी अधिकारी को देना आवश्यक है.
असिस्टैंट ड्रग कंट्रोलर डॉ.मनीष कपूर ने कहा कि जिला के सभी कैमिस्टों को शैड्यूल एच-1 कैटागिरी व टीबी की दवाईयों का रिकॉर्ड मैंटेन करने के निर्देश दिए गए हैं. जिसमें सब जोनल के सभी कैमिस्ट अध्यक्ष इस कार्यशाला में उपस्थित रहे. मंडी में शैड्यूल एच-1 के बेहतरीन कार्य को और बेहतर करने के प्रयास किए जा रहे हैं.