मंडी(सुंदरनगर). एक राष्ट्रीय अखबार के पत्रकार और स्थानीय लोगों ने अपनी जान की बाजी लगाकर नहर में फंसे बछड़े को सुरक्षित बाहर निकाला है. बुधवार सुबह करीब पौने आठ बजे सरकाघाट के नबाही निवासी पत्रकार रजनीश हिमालयन, झील के किनारे सैर करके लौट रहे थे. उसके बाद अपनी जान की परवाह किये बगैर पत्रकार ने हर संभव प्रयास करके बछड़े की जान बचाली. कलम के सिपाही ने बेजुबान की मदद करके वाकई काबिल-ए-तारीफ काम किया है.
बछड़े को नहर में डूबते देख कर मदद के लिये उतरे रजनीश ने फौरन बीबीएमबी के कंट्रोल गेट पर मौजूद पुलिस जवान से रस्सा लेकर आने के लिये आवाज लगायी. इसके साथ ही नहर पर बने पुल से गुजरने वाले लोगों को भी मदद करने को कहा. इसके बाद एक कार सवार और एक ऑटो चालक भी मदद के लिये आगे आये.
जान की परवाह किये बगैर नहर में कूद गया पत्रकार
ऑटो चालक ने अपने ऑटो से रस्सी निकाली, लेकिन रस्सी छोटी पड़ गई जिससे बछड़े को बाहर निकालने में नाकामयाबी मिली. इसके बाद पुलिस जवान द्वारा लाये गये रस्सी की एक छोर को रजनीश ने अपने कमर में बांध लिया और नहर में कूद पड़े. कड़ी मशक्कत के बाद बछड़े को पकड़ने में कामयाबी मिली.
बछड़े को पकड़ कर रजनीश ने उसके गले में रस्सा डालकर बाहर निकालना शुरू किया. पानी के बाहर बछड़े को निकालने के बाद वहां पर मौजूद लोगों में से दो व्यक्ति भी नहर किनारे उतरे और बछड़े को सुरक्षित बाहर निकालने में मदद की. बछड़े को पानी से सुरक्षित बाहर निकालने वाले व्यक्ति रजनीश हिमालयन ने बताया कि बीबीएमबी की लापरवाही से आए दिन लावारिस जानवर मौत के मुंह में जा रहे हैं. यदि नहर किनारे फेंसिंग कर दी जाये तो लावारिस और जंगली जानवरों को बचाया जा सकता है.