मंडी. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के रविवार 21 जनवरी को थाची, पंजाई, माणी और बालीचौकी दौरे को लेकर क्षेत्र के लोगों को ढेर सारी उम्मीदें हैं. जयराम ठाकुर मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार सराज विधानसभा क्षेत्र के इस इलाके का दौरा कर रहे हैं. कभी कांग्रेस का गढ़ रहे इस क्षेत्र से इस बार जयराम ठाकुर को भारी बढ़त मिली है.
मुख्यमंत्री से बड़ी घोषणाओं की उम्मीद
वहीं पर कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए इस क्षेत्र के कई दिग्गज नेताओं को भी मुख्यमंत्री के इस पहले ही दौरे से कई बड़ी घोषणाओं की उम्मीद बंधी है. सराज विधानसभा क्षेत्र का यह इलाका जंजैहली घाटी से विपरीत दिशा में है. यह प्रशासनिक तौर पर भी अलग-थलग क्षेत्र है. अब तक सराज क्षेत्र से जितने भी जन प्रतिनिधि हुए हैं. वह सब नाचन और गोहर बग्सयाड से ऊपर के ही रहे हैं. जबकि बालीचौकी क्षेत्र हमेशा उपेक्षित रहा है. बालीचौकी का उप तहसील से तहसील का दर्जा पूर्व की वीरभद्र सरकार ही बढ़ा चुकी है.
इसके बावजूद यहां पर एसडीएम का कैंप आफिस महीने में दस दिन लगाने की मांग जोर पकड़ती जा रही है. क्योंकि बालीचौकी से जंजैहली के लिए वाया पंडोह करीब एक सौ किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है. जिससे लोगों को अपने काम करवाने के लिए जंजैहली जाना पड़ता है.
वहीं पर इस क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं भी सदैव बदहाल रही है. दूर दराज के इस क्षेत्र में मरीजों को बर्फबारी के मौसम में पालकी पर उठाकर पंडोह या मंडी ले जाना पड़ता है. ऐसे में मुख्यमंत्री बालीचौकी में पीएचसी का दर्जा बढ़ा कर सीएचसी करने की घोषणा भी कर सकत हैं.
पर्यटन विकास की जगी आस
बालीचौकी तहसील के अंतर्गत थाची, पंचाई, गाड़ा गुशैणी आदि क्षेत्र पर्यटन की दूष्टि से महत्वपूर्ण हैं. यहां का अनछूआ प्राकृतिक सौंदर्य शिमला, मनाली को भी मात देता है. मुख्यमंत्री के दौरे से इस क्षेत्र के लिए पर्यटन विकास से जुड़ी परियोजनाओं की घोषणा की भी स्थानीय लोगों को उम्मीद जगी है. इस क्षेत्र में मंडी रियासत के कई महत्वपूर्ण गढ़, देवी-देवताओं के मंदिर और सांस्कृतिक दृष्टि से भी यह क्षेत्र समृद्ध है.
वहीं पर थाची और पंजाई क्षेत्र सेब उत्पादन में भी अग्रणी है. मगर यहां पर किसी भी राष्ट्रीयकृत बैंक की शाखा न होने की वजह से सेब और सब्जी उत्पादकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इस क्षेत्र का लगातार प्रतिनिधित्व कर रहे जयराम ठाकुर इन सभी समस्याओं से परिचित हैं. मुख्यमंत्री बनने के बाद वे इस क्षेत्र को कई घोषणाएं कर नवाज सकते हैं.
 
								 
         
         
         
        