कांगड़ा(नूरपुर). पंचायत नागनी के गांव रीना की सड़क बहुत बुरी हालत में है. सड़क पर पड़े गड्ढे इतने गहरे हो गये हैं कि अब ये एक नाले का रूप ले रही है. लगभग 400 मीटर की इस सड़क की तरफ किसी भी पार्टी के किसी भी नेता ने ध्यान नहीं दिया है. गांव के लोगों में इसे लेकर काफी गुस्सा है.
गांव निवासी पुरुषोत्तम का कहना है कि इस गांव की आबादी लगभग 500 है. गांव वालों का कहना है कि रीना गांव की सड़क का केवल सर्वे ही होता है. 5 साल पहले भाजपा के पूर्व विधायक राकेश पठानिया ने सड़क का सर्वे करवाया और सड़क का काम शुरू करवाया था. उसके बाद जब सत्ता बदली तो मौजूदा कांग्रेस के विधायक अजय महाजन ने एक-दो बार इस सड़क का सर्वे करवाया है लेकिन सड़क नहीं बनायी गयी है.
लोगों ने कहा कि 5 साल हो गये हैं सरकार बने पर इस सड़क को बनाने की जहमत नहीं उठायी गयी है. रामचंद्र शर्मा ने बताया कि इस रास्ते का शिलान्यास स्वर्गीय संत महाजन ने 1978 में किया था. 1978 से लेकर 2017 तक कितना समय बीत चुका है पर इस रास्ते के बनाने की जरूरत नहीं समझी गयी.
इस गांव में पानी की पाइप 1954 में पड़ी थी उसके बाद आज तक पानी को उपल्ब्ध करवाने के लिये कुछ नहीं किया जा रहा है. जिससे गांव पानी की समस्या से जूझ रहा है. कई बार प्रशासन के सामने इन परेशानियों का जिक्र किया गया है पर स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है. लोक निर्माण विभाग के एक अधिकारी उत्तमचंद धीमान ने अपना पल्ला झाड़ते हुये कहा कि लिंक रोड के बारे में उनको सरकारी जानकारी नहीं है.