शिमला. ‘आंखों की रोशनी न होते हुये भी मैं जब मतदान केंद्र तक पहुंच सकती हूं, अक्षम होकर भी मैं सक्षम हूं, तो आप क्यों नहीं?’ दृष्टिहीन मुस्कान इसी तरह हिमाचल के लोगों को लोकतंत्र में पूर्ण विश्वास रखने की शपथ दिला रही हैं और मतदान करने के लिये लोगों को प्रेरित कर रही हैं. मुस्कान युवाओं व महिलाओं में मतदान के लिये जोश भर रही हैं. मुस्कान लगातार शिक्षण संस्थानों में जाकर कई युवाओं को शपथ दिला कर मतदान करने के लिये प्रेरणा बनती हुयी देखी जा रही है.
निर्वाचन आयोग की ब्रांड एम्बेसडर मुस्कान…
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के संगीत विभाग की छात्रा मुस्कान को निर्वाचन आयोग ने राज्य स्तरीय ब्रांड एम्बेसडर चुना है. मुस्कान बचपन से ही नहीं देख पाती हैं. शिमला के चिड़गांव की रहनी वाली मुस्कान अभी हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के संगीत विभाग में पढ़ रही हैं. मुस्कान की उम्र 21 साल है जो खुद भी पहली बार विधान सभा चुनाव में मतदान करेगी.
औरों के लिये जीना सीखें…
मुस्कान का कहना है कि अपने लिए तो सभी जीते हैं. मेरी कोशिश रहती है कि औरों के लिए कुछ करूं. वहीं मतदाताओं के लिये मुस्कान का कहना है कि मैं भी मतदान कर सकती हूं तो आप क्यों नहीं? लोकतंत्र पर पूर्ण आस्था रखें और अच्छे ईमानदार नेता को चुने. मुस्कान अजय श्रीवास्तव से बहुत प्रेरित हैं. अजय विकलांगों के लिये कार्य कर रही उमंग संस्था के अध्यक्ष है.
नेतृत्व बदलने से परंपरागत छवि बदलती है…
उमंग संस्था के अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव का कहना है कि मुस्कान विकलांग है. जब कभी विकलांगों को नेतृत्व मिलता है तो उनके प्रति लोगों की परंपरागत छवि बदलती है. राज्य निर्वाचन आयोग के विशेष कार्य अधिकारी नीरज का कहना है मुस्कान को राज्य स्तरीय ब्रांड एम्बेसडर बनाया गया है.
जिला स्तर पर भी कई युवतियां लोगों को मतदान के लिये जागरूक कर रही है. आयोग ने अधिकतर युवा और महिलाओं तक पहुंचने का लक्ष्य रखा है. मुस्कान शिमला के आरकेएमवी और संजौली महाविद्यालयों में मतदान के लिये शपथ दिला चुकी हैं. अब अन्य जिलों में भी मुस्कान आयोग की ओर से ऐसा पाठ पढ़ाने जायेंगी.