नई दिल्ली. Israel-Iran Conflict के बढ़ते खतरे को देखते हुए भारत सरकार ने ईरान में फंसे भारतीय छात्रों और नागरिकों को सुरक्षित निकालने की तैयारी तेज़ कर दी है। Ministry of External Affairs (MEA) ने एक High-level evacuation प्लान तैयार किया है जिसमें Armenia और UAE की मदद ली जा रही है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने दोनों देशों के विदेश मंत्रियों से इस मुद्दे पर सीधी बातचीत की है।
आर्मेनिया बनेगा भारत का सुरक्षित Land Exit Route
सरकार की योजना के अनुसार, ईरान के Urmia शहर में फंसे लगभग 120 भारतीय छात्रों को Armenia के ज़मीनी रास्ते से निकाला जाएगा। चूंकि ईरान और आर्मेनिया के बीच land border मौजूद है और दोनों देशों के रिश्ते मजबूत हैं, यह रास्ता एक व्यवहारिक विकल्प माना जा रहा है। MEA के अनुसार, कई छात्रों को ईरान के अंदर ही सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है, ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।उदाहरण के तौर पर, तेहरान में मौजूद छात्रों को 148 किलोमीटर दूर कोम शहर में ले जाया गया है।
UAE से भी हो रही Strategic Discussion
भारत सरकार ने evacuation efforts के लिए United Arab Emirates (UAE) से भी बात की है। UAE का इस क्षेत्र में विशेष महत्व है क्योंकि उसके ईरान और इजरायल दोनों के साथ संतुलित कूटनीतिक संबंध हैं। दोनों देशों के बीच हुई बातचीत में Middle East crisis और छात्रों की सुरक्षा को लेकर गहराई से चर्चा की गई।
ईरान में करीब 1,500 भारतीय छात्र, सबसे ज़्यादा जम्मू-कश्मीर से
MEA ने बताया है कि ईरान में लगभग 1,500 Indian students पढ़ाई कर रहे हैं, जिनमें सबसे ज़्यादा छात्र Jammu and Kashmir से हैं। यही कारण है कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी विदेश मंत्री जयशंकर से इस विषय पर बात की थी और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की थी।
Ground Borders Open, Flights बंद
ईरान की सरकार ने स्पष्ट किया है कि देश का हवाई क्षेत्र फिलहाल suspended है, लेकिन सभी ground borders अब भी खुले हैं और विदेशियों को बाहर निकलने की अनुमति है। भारत सरकार को छात्रों की सुरक्षा के लिए ईरान को passport details, vehicle numbers, और exit points की जानकारी देनी होगी।
ईरान ने भारत से यह भी कहा है कि evacuation प्रक्रिया के दौरान कौन-सा वाहन, कब और किस बॉर्डर से निकलेगा, इसकी सूचना पहले से दी जाए ताकि सुरक्षा व्यवस्था की जा सके।