शिमला. राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने आज शिमला के निकट क्रैगनेंनो स्थित बागवानी शोध एवं विस्तार संस्थान, मशोबरा का दौरा किया। यह संस्थान, डॉ. यशवंत सिंह परमार उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के अन्तर्गत आता है. संस्थान की निदेशिका डॉ. सुषमा भारद्वाज ने राज्यपाल का स्वागत किया.
इस दौरान राज्यपाल ने सेब की विभिन्न किस्मों का जायज़ा लिया और प्रयोगशाला जाकर वहां हो रहे शोध कार्यों की जानकारी भी ली. संस्थान में तैयार फूलों की विभिन्न किस्मों को देखते हुए उन्होने वहां मौजूद कृषि विज्ञानियों से विचार-विमर्श किया और उनके शोध कार्य को सराहा. राज्यपाल ने सुझाव दिया कि इस केंद्र को शून्य लागत प्राकृतिक कृषि के रूप में विकसित किया जा सकता है। क्षेत्र के बागवान और किसान, खेती में हो रहे ताजा शोधकार्यों के लिये इस केंद्र पर निर्भर हैं. इसलिये यहां के वैज्ञानिक यदि उन्हें शून्य लागत प्राकृतिक कृषि की जानकारी देंगे तो उसके सार्थक परिणाम सामने आएंगे।
राज्यपाल के मुताबिक, किसानों को जहर युक्त खेती पूरी तरह से त्यागने की आवश्यकता है. प्राकृतिक रूप से की जाने वाली खेती से जमीन की उर्वरा शक्ति तो बढ़गी ही साथ ही स्वास्थ्य की दृष्टि से भी उत्पाद तैयार हो सकेंगे।