नई दिल्ली. आज यानि कि 5 सितंबर को पूरे देश में शिक्षक दिवस मनाया जा रहा है. स्कूलों में बच्चे आज शिक्षक की भूमिका में नजर आएंगे और शिक्षक बनना क्या होता है यह समझने का प्रयास करेंगे. इस दिन कई स्कूल-कॉलेजों में शिक्षकों को सम्मानित किया जाता है. विद्यार्थी भी इस दिन अपने शिक्षकों को विशेष सम्मान देते हैं. शिक्षक दिवस के शुरू होने का श्रेय भारत के पहले उपराष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन को जाता है.
एक बार की बात है जब डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के कई दोस्तों और विद्यार्थी ने उनसे कहा कि हम 5 सितंबर को आपका जन्मदिन मनाना चाहते हैं. इस बात से राधाकृष्णन ने कहा कि सिर्फ मेरा जन्मदिन मनाने से मुझे खुशी नहीं होगी. मुझे अपार खुशी तब मिलेगी जब मेरे साथ-साथ पूरे भारतवर्ष के शिक्षकों के लिए एक उत्सव रखा जाए. मैं गर्व महसूस करूँगा अगर इस दिन को पूरे भारत के शिक्षकों के लिए शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाएगा.
डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन खुद एक बहुत बड़े शिक्षक थे और इसीलिए वे चाहते थे कि सभी शिक्षकों को सम्मान दिया जाय. शिक्षकों को ये एहसास कराया जाय कि उनका हमारे जीवन में क्या महत्व है. बस तभी से डॉ राधाकृष्णन की जयंती को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है.
हर साल इस दिन को पूरे भारत के सभी स्कूल और कॉलेजों में शिक्षक दिवस मनाया जाता है. अपने शिक्षकों को खुश करने के लिए कई मनोरंजक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है. शिक्षकों के लिए कई मजेदार खेलों और ड्रामा का आयोजन भी किया जाता है. बच्चे शिक्षकों की लम्बी उम्र की कामना करते हैं और उन्हें बधाइयां देते हैं.