कांगड़ा. पेड़ हमारे में जीवन कितना अहम है ये हम सब जानते हैं. पेड़ों से हमें शुद्ध वायु मिलती है. सड़क किनारे कतार में खड़े पेड़ों के कारण ही हम गाड़ियों से निकलने वाले जहरीले गैस से बच पाते हैं. कुछ लोग अपने फायदे की वजह से इन पेड़ों को नुकसान पहुंचाने से भी बाज नहीं आते. कांगड़ा में सड़क किनारे खड़े पेड़ों में कीलें घुसाकर विज्ञापन टांगा जा रहा है और प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है.
कांगड़ा शहर में कांगड़ा माता ब्रजेश्वरी मंदिर काफी प्रसिद्ध है. यही वजह है कि पर्यटकों की आवाजाही यहां हर रोज लगी रहती है. कांगड़ा शहर को व्यापारिक क्षेत्र भी माना जाता है. अपनी दुकान का प्रचार-प्रसार करने के लिए इन पेड़ों को जख्मी किया जा रहा है. कांगड़ा के कई मुख्य मार्गो के किनारे लगे पेड़ों पर कीलें ठोकी गई हैं.
रही सही कसर सड़क चौड़ीकरण के नाम पर पेड़ों को काटकर कर दी जाती है. लेकिन सड़क किनारे लगे पेड़ों की कीलों से बने जख्मों पर किसी सरकारी तंत्र की नजर नहीं गई.
जैव विविधता वन अधिनियम के तहत पेड़ों पर विज्ञापन टांगना अपराध माना गया है बावजूद इसके वन विभाग खामोश है.
वन परिक्षेत्र अधिकारी तन्वी गुप्ता ने कहा कि पेड़ों को छलनी करना एक बड़ा अपराध है. जल्दी ही शहर के पेड़ों पर टांगे गए विज्ञापन विभाग द्वारा हटाये जाएंगें. अगर फिर भी विज्ञापन लगाने वाले नही सुधरे तो वन अधिनियम के तहत सख्त से सख्त कारवाई की जायेगी. अब देखना होगा कि वन विभाग कब पेड़ों को बचाने निकलेगी.