नई दिल्ली. अलीगढ़ में 4,000 बच्चों की जान बाल-बाल बची, जब एक मदरसे के पानी की टंकी में चूहे मारने के जहर मिलाते हुए दो संदिग्ध लोगों को देख लिया गया. घटना के बारे में पुलिस को सूचना दे दी गई है. पुलिस ने पानी का सैंपल लेकर उसे फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है.
अलीगढ़ के चाचा नेहरू मदरसे में करीब 4,000 बच्चे पढ़ते हैं. मदरसे में रहकर पढ़ने वाला अफजल जब पानी लेने के लिए टंकी के पास गया तो दो संदिग्ध लोगों को पानी की टंकी में कुछ मिलाते हुए देखा. शक होने पर उसने खतरे की घंटी बजाने की कोशिश की तो उनमें से एक ने पिस्तौल दिखाते हुए छात्र को चुप रहने को कहा. बाद में दोनों भाग गये.
जब टंकी के पास जाकर देखा गया तो वहां जहर की कई बोतलें मिलीं जिसका इस्तेमाल चूहे मारने के लिए होता है. वार्डन ने घटना की सूचना पुलिस को दे दी है. पुलिस मामले की छान-बीन कर रही है.
अलीगढ़ के चाचा नेहरू मदरसे को अलनूर चेरिटेबल ट्रस्ट चलाती है. इस ट्रस्ट की अध्यक्ष पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की पत्नी सलमा अंसारी हैं. घटना के बाद सलमा अंसारी ने कहा कि जब लोग निर्दोष बच्चों को अपना लक्ष्य बनाते हैं तो वे किस तरह की मानवता दिखलाते हैं? “पानी में चूहे के जहर की कई गोलियां मिलीं हैं, अगर अफजल पानी लेने नीचे नहीं आया होता और उन लोगों को नहीं देखा होता तो शायद नतीजे भयानक होते.”
पुलिस ने धारा 328 और 506 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है. अबतक दोनों संदिग्ध की पहचान नहीं हो पाई है. ट्रस्ट झुग्गी इलाके में तीन संस्थान चलाती है जहां अंग्रेजी, गणित और स्वास्थ्य आदि के बारे में शिक्षा दी जाती है.