नई दिल्ली. भारतीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत और अमेरिका के बीच संभावित व्यापार समझौते के तहत अमेरिका भारतीय निर्यात पर टैरिफ 50% से घटाकर 15-16% करने पर विचार कर रहा है। इसके साथ ही भारत रूस से तेल आयात कम करने पर विचार कर सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत अमेरिकी मक्का का आयात बढ़ाने पर भी विचार कर रहा है, वर्तमान में गैर-जीएम मक्का का आयात 0.5 मिलियन टन वार्षिक है, जिस पर 15% आयात शुल्क है। दोनों देशों ने ऐसा मैकेनिज्म लागू करने की योजना बनाई है, जिसके तहत समय-समय पर टैरिफ और मार्केट एक्सेस की समीक्षा की जा सके।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में कहा कि मोदी ने उन्हें फोन कॉल में आश्वासन दिया कि भारत रूस से तेल खरीद को घटाएगा। हालांकि, भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि देश की प्राथमिकता हमेशा भारतीय उपभोक्ता के हितों की सुरक्षा है और आयात नीतियां इसी उद्देश्य से निर्देशित हैं।
कुल टैरिफ 50% तक पहुंच गया
रूस से तेल आयात अमेरिका-भारत द्विपक्षीय वार्ता का विवादित मुद्दा रहा है। अगस्त में ट्रंप ने भारतीय निर्यात पर अतिरिक्त 25% टैरिफ लगाया था, जिससे कुल टैरिफ 50% तक पहुँच गया। भारत ने कहा कि अगर रूस से तेल आयात बंद करना है, तो ऊर्जा बाजार स्थिर रखने और सप्लाई की कमी पूरी करने की योजना होनी चाहिए।
भारत अब रूस का दूसरा सबसे बड़ा क्रूड आयातक बन गया है। 2022 में यूक्रेन युद्ध के बाद भारत ने रूस से प्रतिदिन 1.6 मिलियन बैरल क्रूड आयात किया, जो 2020 में केवल 50,000 बैरल था।
दोनों देशों ने फरवरी में $500 बिलियन द्विपक्षीय व्यापार का लक्ष्य तय किया था, लेकिन कृषि और डेयरी क्षेत्रों में बाजार खोलने को लेकर सहमति नहीं बन सकी।
हालांकि, ट्रंप ने हाल में रुख नरम किया और वार्ता को लेकर सकारात्मक रुख दिखाया। उम्मीद है कि समझौते की अंतिम घोषणा इस महीने ASEAN शिखर सम्मेलन में की जाएगी।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2025 में भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार $132.2 बिलियन तक पहुच गया, जिसमें भारत का अमेरिका को निर्यात $86.51 बिलियन और आयात $45.69 बिलियन रहा।