नई दिल्ली. जम्मू और कश्मीर मौसमी बारिश की मार झेल रहा है, जहां विभिन्न हिस्सों में भूस्खलन, बाढ़ और बुनियादी ढांचे को नुकसान की रिपोर्टें सामने आ रही हैं। सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र रियासी जिले में वैष्णो देवी यात्रा मार्ग का अधक्वारी पॉइंट है, जहां मंगलवार को भूस्खलन हुआ और कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई। इस कारण यात्रा को रोक दिया गया है और राहत तथा बचाव कार्य जारी हैं।
जम्मू संभाग में स्कूल और कॉलेज बंद रहने के आदेश दिए गए हैं, और जनता को गैर-जरूरी गतिविधियों से बचने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने खराब मौसम के कारण रात में आवाजाही भी सीमित कर दी है। जम्मू में तावी नदी का जल स्तर तो कम हुआ है, लेकिन चेनाब नदी खतरे के निशान के पास बह रही है। किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए NDRF, SDRF और सैन्य कर्मी तैयार हैं।
रेल सेवाएं बहाल
बुधवार को जम्मू से रेल सेवाएं पुनः बहाल कर दी गईं, छह ट्रेनों को उनके गंतव्यों के लिए रवाना किया गया। मंगलवार रात को नॉर्दर्न रेलवे ने भारी बारिश के कारण जम्मू और कटरा रेलवे स्टेशन से 22 आने-जाने वाली ट्रेनों को रद्द किया और 27 ट्रेनों को विभिन्न स्टेशनों पर शॉर्ट टर्मिनेट कर दिया।
मौसम और सड़क स्थिति
डोडा के डिप्टी कमिश्नर हरविंदर सिंह ने बताया कि बारिश आज से कम होने की संभावना है और मौसम साफ होना शुरू हो गया है। हाइवे की सफाई और राहत कार्य शुरू हो गए हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग पर 4–5 स्थानों पर भूस्खलन हुआ है और बहाली का काम चल रहा है।
जम्मू यातायात पुलिस ने यात्रियों से NH-44 और अन्य प्रभावित मार्गों पर यात्रा नहीं करने की सलाह दी है। उधमपुर के देवाल क्षेत्र में भी एक बड़ा भूस्खलन हुआ।
वैष्णो देवी यात्रा प्रभावित
स्वराज एक्सप्रेस ट्रेन जम्मू और कटरा के बीच 24 घंटे तक फंसी रही क्योंकि रेलवे लाइन पर पत्थर और मलबा गिर गया। भूस्खलन और पानी भरने के कारण रेल और सड़क संपर्क बाधित हुआ।
प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैष्णो देवी भूस्खलन में हुई जनहानि पर दुख व्यक्त किया और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की। उन्होंने कहा कि प्रशासन सभी प्रभावितों की सहायता कर रहा है और घायल जल्द ठीक हों।
अधिकारियों की स्थिति रिपोर्ट
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि जम्मू में भारी बारिश के कारण ऐतिहासिक माधोपुर पुल भी क्षतिग्रस्त हुआ है। पुल पर यातायात रोक दिया गया है। तावी नदी का जलस्तर कम हुआ है, लेकिन चेनाब नदी खतरे के निशान के पास है। बिजली, पानी और मोबाइल कनेक्टिविटी बहाल करना प्राथमिकता है। SDRF, NDRF, अर्धसैनिक बल, सेना और वायु सेना राहत कार्यों में प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रही हैं।
भूस्खलन और तेज बारिश से वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर लगभग 32 लोगों की मौत हुई और 20 अन्य घायल हुए। तीर्थयात्रा तब रोक दी गई जब पहाड़ी ढलान भरकर पत्थर और मलबा नीचे गिर गया और लोग अचानक फंस गए।
