नई दिल्ली.हिमाचल के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह आज फूले नहीं समा रहे होंगे. लंबी खींचतान के बाद कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने यह ऐलान कर ही दिया कि प्रदेश में मुख्यमंत्री का चेहरा केवल वीरभद्र सिंह ही बनेंगे. मंडी के पड्डल मैदान में राहुल गांधी ने वीरभद्र के कामों की खूब तारीफ की. राहुल के बोलने से पहले वीरभद्र ने गांधी परिवार के लिये तारीफों के पुल बांधे. इसके साथ ही उन्होने मोदी को भी आड़े हाथो लिया.
वीरभद्र ने पढ़े गांधी परिवार के लिये कसीदे
वीरभद्र सिंह ने गांधी परिवार की तारीफ में कई बाते कहीं. उन्होने कहा कि हिमाचल सबसे पहले जवाहर लाल नेहरू का आभारी रहेगा, जिन्होने हिमाचल को पहाड़ी राज्य होने के चलते विशेष लाभ दिया. उन्होने इंदिरा गांधी के लिये कहा कि हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने में सबसे बड़ा हाथ इंदिरा गांधी का है. पूर्ण राज्य बनने के बाद हिमाचल ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा. राजीव गांधी का भी उन्होने आभार जताया उन्होने कहा इन सभी नेताओं ने हिमाचल का विशेष ध्यान रखा है.
मोदी को वीरभद्र की सीख
मोदी को नसीहत देते हुये वीरभद्र सिंह ने कहा कि, ‘मोदी को देश के पुराने प्रधानमंत्रियों से सीखना चाहिये.’ वीरभद्र सिंह ने कहा कि मोदी हमेशा कहते हैं कि ‘मैंने ये किया है’. कभी कहते हैं ‘मैने ये दिया है’ ये गलत है. उन्होने कहा कि हिमाचल में जो एम्स खुलेगा उसका पैसा केंद्र सरकार देगी. ये हमारे राज्य का हक़ है. उन्होने कहा कि प्रदेश को एम्स मिलना हिमाचल का हक़ है, यह कोई खैरात नहीं है. वीरभद्र ने कहा कि मोदी सरकार जीएसटी और नोटबंदी को लेकर घिर गयी है. वीरभद्र ने कहा कि वह मोदी का आदर करते हैं लेकिन उनके गलत नीतियों का हम विरोध करते रहेंगे.
अपनी पीठ खुद थपथपाई
वीरभद्र ने राहुल गांधी के सामने कहा कि जब हिमाचल प्रदेश एक स्वतंत्र राज्य बना तब न तो प्रदेश में सड़कें थी न ही स्कूल थे. उन्होने कहा कि विकास की रफ्तार को बढ़ाकर हमने यहां सड़कों का जाल बिछाया. इसके साथ ही उन्होने कहा कि प्रदेश में उन्होने हजारों स्कूल-कॉलेज खोल दिये हैं. जिससे प्रदेश में शिक्षा स्तर बेहतर हुआ है.