नई दिल्ली. साल के अंत में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव में वीवीपीएटी मशीन का उपयोग किया जाएगा. इसे वर्तमान में इस्तेमाल किए जा रहे इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन(इवीएम) के साथ लगाया जाएगा. भारतीय निर्वाचन आयोग ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में यह जानकारी दी है.
निर्वाचन आयोग के इस फैसले के बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस संबंध में दी गई याचिका का निपटारा कर दिया. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह निर्वाचन आयोग के इस कदम से संतुष्ट है.
वीवीपीएटी मशीन के साथ इवीएम के उपयोग होने से वोटिंग की विश्वसनीयता बढ़ जाएगी. वोटिंग करने के तुरंत बाद एक कागजी की पर्जी भी मिलेगी जिससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि सही व्यक्ति को वोट मिला है. इसके साथ ही किसी गड़बड़ी की आशंका होने पर दोबारा कागज के पर्ची को गिनकर इवीएम में मिले वोट से उसे मिलाया जा सकता है.
साल के अंत तक हिमाचल में भी चुनाव होने हैं. निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट नहीं किया है कि यहां भी गुजरात की तरह वीवीपीएटी मशीन का प्रयोग किया जाएगा या नहीं.