सिरमौर(राजगढ़). उप तहसील नराग के तहत तीन ग्राम पंचातयो के 3500 परिवारों को पिछले एक महीने से पीने के पानी की समस्या का समाना करना पड़ रहा है. धर्मेन्द्र, सुरेन्द्र, अशोक, बाबूराम, विनय, मदन शर्मा, देवदत, वीरेंद्र सहित दर्जनों ग्रामीणों ने यहाँ जारी प्रेस विज्ञप्ति में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि ग्राम पंचयात द्राबिल, दाडो देरिया पंचयात, नराग पंचयात के हजारो लोग आईपीएच विभाग की लापरवाही के चलते पीने के पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है.
ग्रामीणों ने बताया कि इस समस्या के बारे में वह उपायुक्त जिला सिरमौर से कुछ दिनों पहले भी मिल चुके है. उन्होंने सभी ग्रामीणों को आश्वासन दिया था कि जल्द ही समस्या का समाधान किया जायेगा, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है.
असल दिक्कत टैंक से
ग्रामीणों ने बताया की गिरी नदी उठाऊ पेयजल योजना से उपरोक्त तीनो पंचायतो के लिए लगभग एक करोड़ पचास लाख से बनी उठाऊ पेयजल योजना आ रही है, लेकिन जहाँ पर पहली स्टेज में पानी को स्टोर करने के लिए टैंक बनाया गया है, वह पूरी तरह से फट चुका है और जहा पर दूसरा टैंक बनाया गया है, उसके ऊपर ढक्कन नहीं लगा हुआ है. जिससे की टैंक में गंदगी फैलने का खतरा बना हुआ है. साथ ही विभाग द्वारा टैंक में जो फ़िल्टर लगाये गये है वह भी पूरी तरह से खराब हो चुके है. उसके अंदर घास–फूस व बहुत गंदगी फैली हुई है.
नहीं ले रहे सुध
इस समस्या के बारे ग्रामीणों ने कई मरतबा आईपीएच विभाग के साहयक अभियन्ता से मिल चुके है लेकिन आज तक समस्या जस की तस बनी हुई है. ग्रामीणों ने रोष प्रकट करते हुए बताया की बनाड गाँव के लोगो ने जो पीने के पानी की पाइप लगाई गई है वह एक इंच की जगह आधी इंच की लगाई गई है. विभाग द्वारा उसे बदलने का भी झूठा आश्वासन दिया गया. तीन महीने का अधिक समय बीत गया है लेकिन विभाग द्वारा कोई उचित कदम नहीं उठाया गया है.
बता दे की बनाड गाँव के समीप राजकीय प्राथमिक पाठशाला भाजी–बनाड के विद्यार्थियों को भी पीने का पानी सही मात्रा में उपलब्ध नहीं हो रहा है. उन्हें भी अपने स्कूल से दूर एक चश्मे में पीने के पानी के लिए जाना पड़ता है. समझ से परे है कि विद्यार्थी अपनी पढ़ाई करें या पीने के पानी के लिए स्कूल परिसर से बाहर जाए.
इस बारे जब आई पी एच के सहायक अभिन्यता सुभाष चौहान से संपर्क साधा गया तो उन्होंने माना की एक टैंक जो फट गया है उसे दुबारा ठेकेदार को नये सिरे से बनाने के आदेश विभाग द्वारा दे दिए गये है और फिल्टर कच्ची धरातल होने के कारण लीक हो रहा है. उसे भी विभाग द्वारा जल्दी बदल दिया जायेगा.