हमीरपुर. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के नाम पर हिमाचल में कुछ अनाधिकृत वेबसाइट्स और संगठन भ्रामक प्रचार करने में जुटी है. जिसे लेकर प्रशासन भी सख्ते में आ गया है. हमीरपुर जिला प्रशासन को मिली शिकायतों के बाद प्रशासन अधिकारियों ने लोगों से इस तरह के भ्रामक प्रचार करने वालों पर शिंकजा कसने की तैयार कर ली है.
बतों दे कि हिमाचल में केवल ऊना, कांगडा और हमीरपुर जिला में केन्द्र सरकार के सहयोग से बेटी बचाओ बेटी योजना को शुरू किया गया है. ताकि बेटियों की घटते लिंगानुपात को बढ़ने के लिए प्रयास किया जा सके.
डीसी हमीरपुर संदीप कदम ने बताया कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का कुछ अनाधिकृत साइटें, संगठन स्वयंसेवी संस्थाएं भ्रामक प्रचार कर रही हैं. योजना के तहत नकद प्रोत्साहन के नाम पर फार्म बांटे जा रहे है. इस तरह के फार्मो का वितरण पूरी तरह से अवैध है और ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना के तहत कोई भी नकद प्रोत्साहन नहीं दिया जाता है.
उन्होंने बताया कि योजना के तहत व्यक्तिगत नकद हस्तांतरण घटक के लिए कोई प्रावधान नहीं है. यह योजना विभाग ने केवल ऊना, कांगड़ा हमीरपुर में लागू की गई है. इस योजना का उद्देश्य बेटियों के प्रति रूढ़िवादी मानसिकता बदलना तथा कन्या भ्रूण हत्या अधिनियम को सख्ती से लागू करना है.
डीसी ने बताया कि इस प्रकार का भ्रामक प्रचार एक गंभीर मामला है और अगर किसी को ऐसी घटना की जानकारी प्राप्त होती है तो इस बारे पंचायती राज प्रतिनिधियों को तुरंत सूचित करें. ताकि वह इस मामले को अपने पास पुलिस स्टेशन या बाल विकास परियोजना अधिकारी को सूचित कर सकें. उन्होंने पंचायती राज प्रतिनिधियों का आहवान किया कि वह इस बारे में आम लोगों को जागरूक करके उन्हें अवगत करवाएं कि वह अपने व्यक्तिगत विवरण को किसी से सांझा करें.