नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट ने राम जन्मभूमि बाबरी विवाद मामले की सुनवाई के लिए स्पेशल बेंच का गठन कर दिया है. अगली सुनवाई 11 अगस्त को दो बजे से होनेवाली है. नई स्पेशल बेंच में तीन सदस्य, जस्टिस दिपक मिश्रा, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस. अब्दुल नजीर शामिल हैं.
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से जल्द सुनवाई की उम्मीद जगी है. भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सुप्रीम कोर्ट से मामले की जल्द सुनवाई करने की अपील की थी. इसके जवाब में सीजेआई खेहर ने कहा था कि वे भी सोच रहे हैं कि इस मामले की सुनवाई के लिए अलग से स्पेशल बेंच बना दी जाए. सुप्रीम कोर्ट इस मुद्दे को आपसी सहमति से सुलझाने की बात कहती रही है. पूर्व में सुप्रीम कोर्ट ने इसे आस्था का एक संवेदनशील विषय बताते हुए कहा था कि इस विवाद को आपसी बातचीत से सुलझानी चाहिए. कोर्ट ने कहा था कि जज इसमें मध्यस्थ बन सकते हैं.
मालूम हो कि राम जन्मभूमि बाबरी विवाद मामला कोर्ट में पिछले छह सालों से लंबित पड़ा हुआ है. इस मामले में रामलला विराजमान, निर्मोही अखाड़ा और सुन्नी बोर्ड तीन दावेदार हैं. इससे पूर्व इलाबाद हाई कोर्ट के लखनऊ पीठ ने राम जन्मभूमि को तीनों दावेदारों के बीच बांटने का फैसला दिया था. फैसले के विरोध में तीनों पक्षकारों ने हाइकोर्ट के फैसले के विरोध में सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले पर तत्काल रोक लगा दिया था.