कांग्रेस के एक पार्टी कार्यकर्ता को राहुल गांधी को पप्पु कहना भारी पड़ गया. शनिवार को उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने मेरठ जिला इकाई के अध्यक्ष विनय प्रधान को शनिवार को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया.
कांग्रेस प्रवक्ता विजेन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि प्रधान को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अनुशासन समिति के अध्यक्ष रामकृष्ण द्विवेदी ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है. पिछले महीने प्रधान को पार्टी के सभी पदों से निलंबित किया गया था.
उनपर पार्टी के एक व्हाट्सऐप ग्रुप पर राहुल गांधी पर अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप है.
पार्टी की तरफ से बयाना आया था कि प्रधान का दोष साबित हो गया है और उन्हें कांग्रेस पार्टी के संविधान के उल्लंघन का दोषी पाया गया है.
प्रधान के अलावा मेरठ इकाई के उपाध्यक्ष सरताज गाजी और गिरधारी लाल मौर्य, महासचिव अंकुर त्यागी, सचिव अनुराम शामी और इरशान पुथी को भी पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए सभी पदों से निलंबित किया गया था.
उधर, विनय प्रधान पहले ही पार्टी छोड़ने की घोषणा कर चुके हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वह जल्दी ही देश को ‘पप्पू मुक्त’ बनाने के अभियान छेड़ेंगे.
एक बयान में विनय प्रधान ने कहा कि राहुल गांधी और उनके कुछ ‘चापलूसों’ की वजह से ही कुछ लोग देश में कांग्रेस मुक्त भारत का सपना देख रहे हैं. अपने इस्तीफे की घोषणा के साथ ही उन्होंने कहा, ”जो शख्स अपनी प्रशंसा को नहीं समझ सकता तो वह वास्तव में ‘पप्पू’ ही है और मुझे उनको ऐसा कहने का कोई पछतावा नहीं है.”