नई दिल्ली. प्रधानमंत्री Narendra Modi सोमवार शाम कनाडा के Calgary शहर पहुंचे, जहां वह G7 Summit 2025 के Outreach Session में हिस्सा लेंगे। यह यात्रा खास इसलिए है क्योंकि यह India-Canada diplomatic tensions के बाद पीएम मोदी की पहली कनाडा यात्रा है। इस दौरान उनकी Canadian PM Mark Carney और अन्य वैश्विक नेताओं के साथ कई द्विपक्षीय मुलाकातें होंगी।
आतंकवाद और Operation Sindoor पर रहेगा फोकस
यह दौरा ऐसे वक्त पर हो रहा है जब भारत ने Operation Sindoor के तहत पाकिस्तान और PoK (Pakistan-occupied Kashmir) में आतंकी ठिकानों पर प्रहार कर दुनिया को एक सख्त संदेश दिया है। पीएम मोदी G7 मंच से Global Terrorism और Cross-border Terror पर भारत की चिंता और स्पष्ट नीति को साझा कर सकते हैं। Foreign Ministry के अनुसार, पीएम मोदी AI-Energy Partnership, Quantum Technology, Energy Security, और Climate Innovation जैसे वैश्विक मुद्दों पर अपने विचार रखेंगे।
India-Canada Relations में नया मोड़?
यह यात्रा Justin Trudeau के पद से हटने के बाद हो रही है। उनके कार्यकाल में दोनों देशों के संबंध बेहद तनावपूर्ण हो गए थे, खासतौर पर जब Trudeau ने Khalistani leader Hardeep Singh Nijjar की हत्या में भारतीय एजेंसियों की भूमिका का आरोप लगाया। नई दिल्ली ने इसे खारिज करते हुए कनाडा पर भारत-विरोधी तत्वों को शरण देने का आरोप लगाया था।
अब Mark Carney के नेतृत्व में, दोनों देशों के संबंधों में Diplomatic Reset की उम्मीद की जा रही है।
G7 Summit में भारत की भागीदारी का महत्व
यह G7 के Outreach Session में भारत की 12वीं और प्रधानमंत्री मोदी की 6वीं भागीदारी है। भारत को लगातार G7 जैसे मंचों पर बुलाया जाना यह दर्शाता है कि विश्व की Developed Economies भारत की भूमिका को कितना अहम मानती हैं।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, भारत की अर्थव्यवस्था अब France, Italy और Canada जैसी G7 सदस्य अर्थव्यवस्थाओं से बड़ी हो चुकी है। India as Voice of Global South की भूमिका भी हर साल G7 में स्पष्ट होती जा रही है।
पिछली G7 Summits में भारत का योगदान
2024 में Apulia, Italy में हुए G7 सम्मेलन में पीएम मोदी ने Artificial Intelligence, Energy, Africa Engagement, और Mediterranean Stability जैसे विषयों पर अपनी बात रखी थी। भारतीय अधिकारियों के मुताबिक, G7 अब केवल आर्थिक मामलों तक सीमित न रहकर Global Peace, Security, Health, Climate Change जैसे विषयों पर भी चर्चा का प्रमुख मंच बन गया है।
पाकिस्तान को घेरने की रणनीति जारी
हाल ही में Pahalgam Terror Attack के बाद भारत लगातार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने की कोशिश कर रहा है। इस बार भी पीएम मोदी G7 में आतंकवाद पर सख्त रुख अपनाते हुए Pakistan-sponsored Terrorism का मुद्दा उठा सकते हैं।
भारत का बढ़ता कूटनीतिक प्रभाव
G7 Summit में भारत की भागीदारी केवल एक औपचारिक निमंत्रण नहीं है, बल्कि यह भारत की Strategic Influence, Diplomatic Outreach और Tech Diplomacy का प्रतीक है। आतंकवाद से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ग्लोबल साउथ के मुद्दों तक, पीएम मोदी इस मंच का उपयोग करके भारत की आवाज को और मजबूती देने वाले हैं।