नई दिल्ली. तत्काल टिकट बुकिंग के लिये अवैध सॉफ्टवेयर बनाने वाले प्रोग्रामर को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस सॉफ्टवेयर की मदद से एक बार में ही 700 से 1000 तत्काल टिकट की बुकिंग की जा सकती है. सीबीआई ने अवैध सॉफ्टवेयर तैयार करने वाले 35 वर्षीय अजय गर्ग को बुधवार को गिरफ्तार किया.
तत्काल टिकट धांधली के मामले में जांच एजेंसी ने पूरे देश में 14 जगह छापेमारी की है. मामले में यूपी के जौनपुर से सात और मुंबई से तीन एजेंटों की गिरफ्तारी हुई है. जहां से 89.42 लाख रुपये की नकदी, 61.29 लाख रुपये के सोने के गहने, जिसमें एक किलो की दो सोने की छड़ें, 15 लैपटॉप, 15 हार्ड डिस्क, 52 मोबाइल फोन, 24 सिम कार्ड, 10 नोटबुक, छह राउटर, चार डोंगल और 19 पेन ड्राइव के साथ-साथ अभियुक्तों के परिसर से कुछ आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई है.
वह चार साल 2007 से 2011 तक आईआरसीटीसी में काम कर चुका था. यहां काम करते हुए उसने रेलवे टिकट प्रणाली के बारे में जानकारी हासिल की थी. वह 2012 में सीबीआई सहायक प्रोग्रामर के तौर पर काम करता था. अजय एक साल से अनिल कुमार गुप्ता नाम के शख्स की मदद से इस रैकेट को चला रहा था.