बिलासपुर. देश में दस में से सात बच्चें कृमि रोग से प्रभावित है जो एक बहुत चिन्ताजनक अनुपात है. इस आंकड़े को कम करने के लिए 19 फरवरी को हिमाचल प्रदेश में राष्ट्रीय कृमि मुक्त दिवस के अवसर पर जिला के एक से 19 वर्ष तक की आयु वर्ग के 93 हजार एक सौ 31 बच्चों को पेट के कीड़े मारने की दवा एल्बेंडाजोल खिलाई जाएगी. यह जानकारी अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी विनय कुमार ने मंगलवार को बचत भवन में कृमि मुक्ति के लिए आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी.
उन्होंने कहा कि 19 फरवरी को जिला के सभी शैक्षणिक संस्थानों के अतिरिक्त आंगनवाड़ी केन्द्रों, स्वास्थ्य केन्द्रों में भी यह दवाई निशुल्क दी जाएगी. कृमि रोग से न केवल खून कम होने के कारण एनिमिया का रोग पनपता है बल्कि इसकी वजह से अन्य शारीरिक और मानसिक रोगों की उत्पत्ति भी होती है. इस रोग की मुक्ति के लिए जागरुकता एवं विभिन्न विभागों के सम्बन्धित अधिकारियों के संयुक्त प्रयासों की अत्यन्त आवश्यकता है. ताकि इस बढ़ते हुए आंकड़े को शून्य पर लाया जा सके.
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि एल्बेंडाजोल की दवा को साल में दो बार लिया जाता है और इससे किसी भी प्रकार का शरीर पर कोई भी साईड इफेक्ट नहीं पड़ता है. उन्होंने अभिभावकों से आग्रह करते हुए कहा कि वह 19 फरवरी को अपने एक वर्ष से 19 वर्ष तक की आयु के बच्चों को कृमि नाशक दवा पिलाने के लिए अवश्य भेजे. यदि स्कूल के बच्चे परीक्षा या अन्य किसी बजह से अवकाश पर हो तो भी 19 फरवरी को प्रातः 10 से 11 बजे की अवधि में स्कूल में दवा लेना सुनिश्चित बनाएं.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीके चैधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला चिकित्सालय बिलासपुर के अतिरिक्त नागरिक हस्पताल घुमारवीं, बरठी व घवांडल तथा 09 सामुदायिक केन्द्रों, 38 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा 121 स्वास्थ्य उप केन्द्रों के अतिरिक्त 850 शैक्षणिक संस्थानों तथा 1111 आंगनवाड़ी केन्द्रों में दवा पिलाने की व्यवस्था की गई है.
उन्होंने बताया कि इस रोग की मुक्ति के लिए बच्चों को सम्पूर्ण स्वच्छता के सन्दर्भ में भी विस्तार से जागरूक किया जाएगा. उन्होंने बच्चों द्वारा साफ सफाई न रखने के कारण या सही ढंग से हाथ न धोने के कारण पेट मे कीड़े पनपते है जिसकी बजह से खून की कमी और इन्फेक्शन होने की सम्भावनाएं बनी रहती है.
इस अवसर पर एसडीएम सदर प्रियंका वर्मा, उपनिदेशक एवं परियोजना अधिकारी सुभाष गौतम, जिला कार्यक्रम अधिकारी वीके शर्मा, एमओएच डॉ. परमिन्द्र सिंह, बीएमओ झण्डुता डॉ. राजवीर गर्ग, बीएमओ मारकण्ड डॉ.अरविन्द टण्डन, सीडीपीओ नीलम टाडू, सीडीपीओ घुमारवीं कौशल्या बंसल सहित अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे.