कुल्लू. क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू के सभागार में राइट प्रैस्क्रीप्शन आॅडिट विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें जिला कुल्लू के चिकित्सा अधिकारियों को इस बारे में विस्तृत जानकारी दी गई. कार्यशाला को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ. बलदेव ठाकुर ने निर्देश दिए कि रोगियों को आवश्यक दवा सूची में उपलब्ध दवाएं तथा जेनरिक दवाईयां ही लिखें ताकि गरीब मरीजों को भी कम पैसे खर्च करने पर अच्छा इलाज उपलब्ध हो सके.
डॉ. बलदेव ठाकुर ने कहा कि रोगियों को ब्रांडेड दवाएं न लिखकर आवश्यक दवा सूची में उपलब्ध दवाएं ही लिखी जाएं. उन्होंनें कहा कि यदि किसी बीमारी के लिए विशेष समिश्रित दवा आवश्यक है तो विभाग पत्राचार के उपरांत इस दवा को भी आवश्यक दवा सूची में शामिल करेगा. रोगियों को चिकित्सालयों से ही दवा उपलब्ध कराने के प्रयास किए जाने चाहिए. उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी कुल्लू और चिकित्सा अधीक्षक कुल्लू को निर्देश दिए कि अस्पतालों में दवा खरीद इसी प्रणाली के तहत सुनिश्चित बनाई जा.
कार्यशाला में उपनिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. गोपाल बैरी, विधि अधिकारी एडवोकेट अंकिता वर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी कुल्लू डॉ. सुशील शर्मा, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. के. रासू मल्होत्रा, डॉ. नीना लाल, डॉ. रणजीत ठाकुर, डॉ. पलजोर डॉ. अनुपमा गुप्ता, डा. नीलम शर्मा, डॉ. राकेश नेगी, डा. सुनील पुजारा, डा. राजेश बोध, डा. शैलेंद्र ठाकुर, डॉ. अतुल, डॉ. समीर सहित जिला के 44 चिकित्सा उपस्थित थे.