नई दिल्ली. 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव में विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने सोमवार को राहुल गांधी, शरद पवार और अखिलेश यादव समेत कई प्रमुख विपक्षी नेताओं की मौजूदगी में संसद भवन में अपना नामांकन दाखिल किया.
बड़े नेताओं की रही मौजूदगी
सिन्हा के नामांकन दाखिल करने के समय पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और रोमगोपाल यादव, द्रमुक नेता ए राजा और नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला, तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी, तेलंगाना राष्ट्र समिति के नेता के.टी. रमा राव, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा, राष्ट्रीय जनता दल की सांसद मीसा भारती, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के नेता एन.के. प्रेमचंद्रन, राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी समेत कई मुख्य विपक्षी नेता मौजूद थे.
झामुमो रही दूर
हालांकि झारखंड में कांग्रेस की सहयोगी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने सिन्हा के नामांकन में हिस्सा नहीं लिया. झामुमो ने अभी ये फैसला नहीं किया है कि विपक्ष के उम्मीदवार और राजग के उम्मीदवार में से किसका समर्थन करना है.
सारे विपक्ष का सपोर्ट यशवंत सिन्हा को: राहुल गांधी
नामांकन के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि सारे विपक्ष यशवंत सिन्हा को सपोर्ट दे रहे है. ये विचारधारा की लड़ाई है. एक तरफ नफरत है और एक तरफ भाईचारा है.
28 जून से शुरू कर सकते है प्रचार
देश में कई अहम पदों पर काम कर चुके सिन्हा आगामी 28 जून को तमिलनाडु से अपने चुनाव प्रचार अभियान का आगाज कर सकते हैं. इस अभियान के पहले चरण में ही वह कर्नाटक एवं केरल का भी दौरा कर सकते हैं. विपक्षी दलों ने सिन्हा को 21 जून को अपना साझा उम्मीदवार घोषित किया था. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने पिछले सप्ताह शुक्रवार को नामांकन दाखिल किया था. राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 18 जुलाई को होना है. मतगणना 21 जुलाई को होगी. वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है.