उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरूवार को बिहार के दरभंगा पहुंचे. उन्होनेंं राज मैदान से अपने समर्थको को बुलेट प्रुफ शीशे के भीतर से संबोधित किया. केन्द्र सरकार के तीन साल की उपलब्धियों को बताने की शुरूआत दरभंगा से की है. योगी ने भाषण के दौरान पहली बार बुलेट प्रुफ सीसे का इस्तेमाल किया. इसपर सोशल मीडिया में लोगोंं ने कटाक्ष भी किया.
योगी ने कहा कि उन्हे बिहार की जिम्मेदारी दी गई है. उन्होने अपने भाषण में कहा “2020 तक हमें बहुत बार प्रवास करने हैं, हमें हर जिले में आना है, और 2020 तक बिहार में भारतीय जनता पार्टी का झंडा पटना विधानसभा में नहीं फहरा जाता, हम आते रहेंगे.”
योगी ने केन्द्र सरकार की विभिन्न योजनाओं का नाम लेते हुए सरकार के तीन साल के उपलब्धियों को गिनाया. उन्होनें कहा कि भाजपा शासित प्रदेशों में केन्द्र सरकार की योजनाओंं का लाभ वहांं के लोगों को मिला है, लेकिन जहां भी भाजपा की सरकार नहीं है वहां केन्द्र केन्द्र सरकार की योजनाओं को लागू करने में बाधा पहुंचायी गयी है. उन्होनें बिहार से युवाओं के पलायन के लिए राज्य सरकार को जिम्मेवार ठहराया.
मुख्यमंत्री योगी ने रहीम के एक दोहे “कह रहीम कैसे निभे, बेर-केर के संग” का जिक्र करते हुए जदयू और राजद के गठबंधन को बेमेल शादी करार दिया.
योगी ने तीन तलाक के मुद्दे पर नीतीश कुमार की चुप्पी पर निशाना साधा. इसके आलावा उन्होंने उत्तर प्रदेश की तरह बिहार में भी अवैध बूचड़खाने बंद करने का चैलेंज दिया.
योगी ने बिहार के कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा ” उत्तर प्रदेश में कानून का शासन है और हमारे शासनकाल में किसी को भी कानून तोड़ने का अधिकार नहीं है.
हिन्दी दैनिक ‘प्रभात खबर’ के मुताबिक समर्थकों ने योगी से नहीं मिलने देने पर हंगामा भी मचाया.
योगी के आने के ठीक एक दिन पहले नीतीश कुमार दरभंगा में 300 करोड़ के प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया था. एक दिन पहले नीतीश ने योगी को बिहार की तरह उत्तरप्रदेश में भी शराबबंदी और स्थानीय निकाय चुनाव में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण देने की चुनौती दी थी.
योगी के बिहार आने पर लालू प्रसााद ने चुटकी लेते हुए कहा कि केन्द्र सरकार ने क्या काम किया है जो वे प्रचार करने आएंगे. लालू ने कहा “वे पूजा-पाठ करने आ रहे होंगे. उनके आने से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है.’
वहीं, आरजेडी नेता अब्दुल बारी सिद्दकी ने योगी पर समाज को बांटने का आरोप लगाया। जदयू नेता नीरज कुमार ने उत्तर प्रदेश में समान स्कूल प्रणाली लागू करने का चैलेंज दिया। हालांकि बिहार में भी समान स्कूल प्रणाली लागू नहीं है।