हमीरपुर. बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने के दावे करने वाली सरकार के हमीरपुर क्षेत्रीय अस्पताल में सारे दावे फेल होते नजर आ रहे हैं. क्योंकि पिछले कुछ समय से क्षेत्रीय अस्पताल में चिकित्सकों की कमी चल रही है. जो स्टाफ तैनात था, उसे भी अन्य जिलो में भेज दिया गया है. जिससे मजबूरन मरीजों को निजी अस्पतालों का रूख करना पड़ रहा है. अस्पताल में चिकित्सकों की कमी के चलते मरीजों को यहां वहां रैफर कर अपनी जिम्मेदारी से भागा जा रहा हैं.
हमीरपुर क्षेत्रीय अस्पताल में स्पेशलिस्ट ईएनटी, सर्जन, एमडी को मिलाकर दस से ग्यारह चिकित्सकों के पद खाली हैं. अब रेडियोलाजिस्ट का भी तबादला कर दिया गया है. इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है. लेकिन पिछले कुछ महीनों से चिकित्सकों की कमी से मरीज बेहद परेशान हो रहे हैं. मगर सरकार और विभाग के कानों तक मरीजों का दर्द नहीं पहुंच पा रहा है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि अस्पताल में इलाज का प्रबंध नहीं है. स्टाफ भी पूरा नहीं है. मरीजों की पर्ची काटकर केवल रैफर करने का काम किया जा रहा है. अस्पताल में डाक्टर कम है और मरीज ज्यादा है. जिससे मरीजों को बीमारी का इलाज करवाने के लिए दिक्कतें पेश आ रही है.
वहीं क्षेत्रीय अस्पताल हमीरपुर के मेडिकल सुपरीडेंट डा. अर्चना सोनी ने माना कि अस्पताल में चिकित्सकों की कमी चल रही है और इस बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत करवाने पर भी अभी तक स्टाफ मुहैया नहीं हो पाया है.
 
								 
         
         
         
        