जयपुर: पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और शाहपुरा विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक कैलाश मेघवाल की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के खिलाफ बयानबाजी करने पर बीजेपी ने उनसे जवाब-तलब किया.
जानें क्या कहा कैलाश मेघवाल ने
शाहपुरा को जिला बनाए जाने पर विधायक कैलाश मेघवाल का कोठिया में मंसूरी समाज ने अभिनंदन समारोह आयोजित किया था. इसमें मेघवाल ने कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी की तरीफों के पुल बांधे.
इस कार्यक्रम में उन्होंने अर्जुन राम मेघवाल को भ्रष्टाचारी नंबर वन तक बता दिया. उन्होंने कहा कि कानून मंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार के कई मुकदमे चल रहे हैं.बीजेपी विधायक ने कहा कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखने वाले हैं. उन्होंने कहा कि मैं पीएम से कहने वाला हूं कि भाई तुमने जिसको मंत्री बनाया है वह कानून मंत्री, वह भ्रष्टाचार में लिप्त अफसर था.
BJP ने थमाया नोटिस
इस बयान को लेकर बीजेपी ने विधायक कैलाश मेघवाल को अनुशासनहीनता का नोटिस थमा दिया है. प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी के निर्देश पर प्रदेश अनुशासन समिति ने कैलाश मेघवाल को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. कैलाश मेघवाल से 10 दिन में जवाब मांगा गया है. नोटिस में कहा गया है कि आपने इस तरह का बयान देकर पार्टी की प्रतिष्ठा को कम करने का काम किया है. आपका यह बयान बीजेपी के संविधान के अनुसार अनुशासन भंग की परिभाषा में आता है.
विधायक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
भीलवाड़ा शहर के प्रमुख सूचना केंद्र चौराहे पर बुधवार को सर्व समाज के बैनर तले बीजेपी विधायक कैलाश मेघवाल का पुतला फूंका गया. कैलाश मेघवाल की उनके इस बयान को लेकर निंदा हो रही है.