नई दिल्ली. भारत की सैन्य परंपराओं में एक ऐतिहासिक बदलाव होने जा रहा है। देहरादून स्थित Indian Military Academy (IMA) में पहली बार गर्ल्स कैडेट्स को ट्रेनिंग दी जाएगी। यह ट्रेनिंग 14 जुलाई से शुरू होगी और इसमें National Defence Academy (NDA) से पास आउट होकर आईं 9 महिला कैडेट्स शामिल होंगी।
जानकारी के अनुसार, 12 और 13 जुलाई को ये सभी महिला कैडेट्स IMA में रिपोर्ट करेंगी। खास बात यह भी है कि इस बैच में पहली बार दो foreign girls cadets भी शामिल होंगी, जो मित्र देशों से संबंध रखती हैं और IMA में प्रशिक्षण प्राप्त करेंगी।
लड़कों की तरह ही होगी ट्रेनिंग, होंगे सभी जरूरी इंतजाम
IMA के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, girls and boys cadets को समान military training दी जाएगी। इसके लिए पहले से ही यहां Army Education Corps की महिला अधिकारी तैनात थीं और अब कुछ महिला अधिकारियों को Platoon Commander के रूप में नियुक्त किया गया है।
गर्ल्स कैडेट्स को अलग-अलग कंपनियों में अटैच किया जाएगा, लेकिन प्रशासनिक सुविधा के लिए उन्हें एक ही कंपनी में ठहराया जाएगा। ट्रेनिंग सभी कैडेट्स की समान होगी – outdoor training, night drills, और combat sessions सब में वे शामिल होंगी।
सुरक्षा और सुविधाओं के लिए किए गए विशेष प्रबंध
IMA प्रशासन ने गर्ल्स कैडेट्स की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए ट्रेनिंग एरिया में extra CCTV cameras, separate toilets, और अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं कर दी हैं। यह कदम gender-inclusive military environment की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।
NDA से IMA तक: महिलाओं के लिए खुलते नए रास्ते
2022 में NDA में पहली बार महिला कैडेट्स की एंट्री हुई थी, जिसके बाद यह सिलसिला तेज़ी से आगे बढ़ा। 30 मई 2025 को NDA से 17 महिला कैडेट्स ग्रेजुएट होकर पास आउट हुईं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद NDA और अब IMA में महिलाओं की भागीदारी भारतीय सेना की gender equality की दिशा में एक बड़ा कदम है।
हर छह महीने में NDA में अब 19 से 20 महिला कैडेट्स का नया बैच पहुंच रहा है, और अब IMA में ट्रेनिंग मिलने से वे भारतीय सेना में commissioned officer बनने के और करीब पहुंच जाएंगी।