नई दिल्ली. दस दिनों तक चलने वाले दशहरे के आखिरी दिन दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किला मैदान में भी रावण का पुतला फूंका गया. श्री धार्मिक रामलीला कमेटी द्वारा आयोजित पुतला दहन के कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित कई राजनेताओं ने शिरकत की.
दशहरा के दस दिनों तक इस मैदान में रामलीला का मंचन होता है. आज दशहरे का आखिरी दिन है. इस मौके पर रामलीला के आखिरी प्रसंंग का मंचन किया गया. रावण-वध के साथ ही दस दिनों तक चलने वाली रामलीला का अंत हो गया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और मौजूद अन्य गणमान्य लोगों के सामने यह प्रस्तुति दी गई.
इससे पूर्व राष्ट्रपति कोविंद ने वैदिक मंत्रोच्चारण और धार्मिक गीतों के बीच राम-लक्ष्मण को टीका लगाया और फूल चढ़ाकर पूजा-अर्चना की. उनके साथ श्रीमती कोविंद भी पूजा में हिस्सा लिया. इसके बाद पीएम मोदी, उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भगवान राम, लक्ष्मण और हनुमान को टीका लगाया.
मौके पर मंच से संबोधित करते हुये प्रधानमंत्री मोदी ने ‘विजयादशमी के पावन पर्व पर लोगों को शुभकामनाएं दी’. मोदी ने कहा कि हमारे देश में उत्सव सामाजिक शिक्षा का माध्यम है. उन्होंने कहा कि पर्वों का उद्देश्य कुरीतियों को मिटाना और समाज को एकजुट करना होता है. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि हमारे उत्सव खेत-खलिहानों से लेकर, सांस्कृतिक परम्पराओं तक जुड़े हुये हैं.
पीएम मोदी कार्यक्रम के दौरान आम लोगों से भी मिले और उनसे बातचीत की. उन्होंने कहा कि रावण-प्रवृति के नाश और समाज को प्रेरित करने के लिये पुतला-दहन किये जाते हैं. उन्होंने ‘संकल्प से सिद्धी’ का जिक्र करते हुये कहा कि विजयादशमी के मौके पर 2022 तक सभी नागरिकों को ‘योगदान के लिये संकल्प लेनी चाहिये.
कार्यक्रम में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, सांसद मनोज तिवारी आदि नेता मौजूद रहे. वहीं, एक अन्य कार्यक्रम में अमित शाह ने दशहरे की शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने सत्यमेव जयते के संदेश को समाज तक पहुंचाने के लिये लोगों से अपील की है. इस मौके पर अभिनेता जॉन अब्राहम भी उनके साथ नजर आये.