राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के स्कूलों में शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया के दौरान दिल्ली के स्थानीय लोगों को 85 फीसदी आरक्षण मिलेगा. दिल्ली विधानसभा ने यह प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है. शिक्षकों की अगली भर्ती प्रक्रिया में आरक्षण लागू की जाएगी. आरक्षण स्थायी और अतिथि शिक्षकों दोनों की बहाली प्रक्रिया में लागू की जाएगी. इसके साथ ही दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रोंं को भी आरक्षण का लाभ दिया जाएगा.
फिलहाल दिल्ली में 9500 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है. इसके लिए एक लाख से अधिक लोगों ने आवेदन किया है. राज्य के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि जारी भर्ती प्रक्रिया में आरक्षण को लागू करने के लिए नियमों में संशोधन करना पड़ेगा. जिसमें आठ से नौ महीने का समय लग सकता है. अगली भर्ती प्रक्रिया में आरक्षण को पूरी तरह लागू किया जाएगा. उन्होनें कहा कि गुजरात और उत्तरप्रदेश की तर्ज पर स्थानीय लोगों को शिक्षक बहाली में आरक्षण का लाभ देने का फैसला किया गया है.
सरकार ने राज्य द्वारा पोषित दिल्ली विश्वविद्यालय के 28 कॉलेजों में पहले ही स्थानीय छात्रों के लिए 85 फीसदी सीटें आरक्षित कर दी है.