सिरमौर (नाहन). पौंटा साहिब के मेलियो गांव में स्थित धर्मस्थल के भीतर धार्मिक पुस्तकें जलाए जाने का मामला अब तूल पकड़ रहा है. घटना के लगभग 1 सप्ताह बाद भी कोई दोषी ना पकड़े जाने के कारण लोग गुस्से में हैं. गौरतलब है कि माजरा थाना क्षेत्र के तहत मेलियो गांव में एक धर्मस्थल के भीतर 40 धर्म ग्रंथों को कथित तौर पर जला दिया गया था, जिसके बाद क्षेत्र में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग आक्रोशित हैं.
महापंचायत का आयोजन किया गया
आज पुलिस व प्रशासन के खिलाफ रोष प्रकट करने के लिए धर्मस्थल के समीप महापंचायत का आयोजन किया गया. महापंचायत में अल्पसंख्यक समुदाय के अलावा अन्य समुदायों के लोगों ने भी भाग लिया. महापंचायत में फैसला लिया गया कि यदि सोमवार शाम तक दोषियों को नहीं पकड़ा गया तो पौंटा साहिब शहर में विशाल रोष प्रदर्शन किया जाएगा. महापंचायत के बाद वहां एकत्र लोगों ने बाजार से होते हुए माजरा थाने के सामने से शांति मार्च निकाला व इंसाफ की मांग की.
उधर धर्मग्रंथ जलाए जाने के मामले में शुक्रवार को भी जिला मुख्यालय नाहन व पौंटा साहिब शहर में बड़ी संख्या में लोगों ने विरोध प्रदेर्शन किया था. मामले की एक्शन कमेटी के सदस्य नजाकत अली हाशमी ने बताया कि सभी लोग आपसी प्रेम और भाईचारा बनाकर रखना चाहते हैं, इसीलिए पुलिस प्रशासन से उम्मीद की जा रही है कि मामले के दोषियों को जल्द पकड़ा जाए. शांति मार्च के बाद पुलिस प्रशासन ने भी राहत की सांस ली, क्योंकि प्रदर्शनकारियों के भड़कने की आशंका भी जताई जा रही थी. मामले की जांच के लिए विशेष रुप से क्यूआरटी के जवानों के साथ माजरा पहुंचे डीआईजी लॉ एंड आर्डर दक्षिण रेंज आसिफ जलाल ने कहा की पुलिस जांच तेजी से आगे बढ़ रही है और आरोपी जल्द पुलिस की गिरफ्त में होंगे. उन्होंने जनता से शांति बनाए रखने और जांच में सहयोग का आवाहन किया.