नाहन (सिरमौर). पांवटा साहिब के जामनीवाला की एक 16 वर्षीय बच्ची ज्योति पुत्री हरनाम सिंह की दोनों किडनी फेल हो चुकी है और आर्थिक तंगी के कारण इलाज के अभाव में हर रोज ज्योति दम तोड़ रही है. यह बच्ची गरीब परिवार से है इसका सप्ताह में दो बार डाइलिसिस होता है. जिसका खर्च तकरीबन 6 हजार है, लेकिन अब उसकी बड़ी बहन इस खर्च को नहीं उठा पा रही है.
अब तक पड़ौसियों और गांव वालों ने रखा जिन्दा
ज्योति को यह तकलीफ नवम्बर महीने से सामने आई और तब से ही इनके पड़ौसी और गांव के लोगों ने इनकी इलाज करवाने में मदद की है और किसी तरह बच्ची को जिन्दा रखा है. अब सरकार से भी गुहार लगाई गई है. इस बीमार बच्ची के परिवार में केवल इसकी बड़ी बहन है जो खुद पढ़ाई कर रही है. मां का देहांत हो चुका है और पिता हरनाम सिंह काफी बुजुर्ग है और साईकल पंचर की दुकान है. गरीब बाप साइकिल की रिपेयरिंग का छोटा मोटा काम करता था, लेकिन अब उसकी आमदनी न के बराबर है. बाप पहले ही अपनी जमीन का छोटा सा टुकड़ा बेटी के इलाज़ के लिए बेच चुका है. फिलहाल दोनों ही बच्चियों का स्कूल कॉलेज बंद हो गया है.
क्यों है तुरंत मदद की आवश्यकता
ज्योति के गले Clavicle/ Colar Bone पर पीजीआई चण्ड़ीगढ के चिकित्सकों ने एक महीने पहले एक पाइप (Fistula ) डाली है. जिसे एक महीने बाद बदला जाना था, लेकिन एक महीने बीत जाने के बाद भी पैसे नहीं होने की वजह से पीजीआई चंडीगढ़ नहीं जा पाए है. पड़ोसी राज्य के एक निजी अस्पताल में डायलिसिस करवा रहे है. क्योंकि पांवटा साहिब के अस्पताल में यह सुविधा उपलब्ध नहीं है. ऐसे में ज्योति को मदद की तुरंत आवश्यकता है.
विधानसभा अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने दिया सहायता का आश्वासन
ज्योति के इलाज़ को लेकर मीडिया ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल से भी सवाल किया तो उन्होंने कहा की ज्योति के इलाज़ की हर संभव सहायता की जाएगी , जैसे ही सम्बंधित कागजात सरकार तक पहुंचेगे तो इस पर संज्ञान लिया जाएगा और इलाज़ में सहयोग किया जाएगा.