मंडी. जंजैहली में पिछले दो सप्ताह से जारी आंदोलन सोमवार को और भी उग्र हो गया. राज्य सरकार की ओर से थुनाग में एसडीएम कार्यालय की अधिसूचना जारी होने के बाद जंजैहली में आंदोलन कर रहे लोगों का गुस्सा भड़क उठा. हालांकि, अधिसूचना के अनुसार थुनाग में एसडीएम कार्यालय खोलने के अलावा जंजैहली में तथा बालीचौकी में एसडीएम महीने में चार-चार दिन जनता के आवश्यक कार्य निपटाएंगे. जिसको लेकर जंजैहली की जनता में रोष बढ़ गया है. जंजैहली में भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है वहीं धारा 144 लागू कर दिया गया है.
भीड़ ने उपमंडलाधिकारी कार्यलय को जाने वाले रास्ते को जाम कर दिया है. एक स्थान पर पेड़ काट कर डाल दिया गया है. कई स्थानों पर पथर, लकड़ी और शीशे फैंक कर पुराने टायरों को आग लगा दी गई है. जंजैहली मार्ग को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. जिससे यातायात पूर्ण रूप से बाधित हो गया है.
सीएम के फूंके पुतले
लोगों ने भारी संख्या में जमा होकर मुख्यमंत्री और सरकार के विरुद्ध नारे बाजी की. भीड़ ने एक-एक करके मुख्यमंत्री के आधा दर्जन से अधिक पुतले फूंक दिए. वहीं लोगों ने निर्णय लिया कि यह लड़ाई तब तक चलती रहेगी, जब तक जंजैहली के पक्ष में फैसला नहीं आ जाता. इसी बीच एक अखबार के पत्रकार को भी भीड़ के गुस्से का शिकार होना पड़ा. धक्का-मुक्की में उसे हल्की चोट भी आई है, जिसकी रिपोर्ट पुलिस से कर दी गई है. जंजैहली बाजार भी पूर्ण रूप से बंद रहा. सराज संघर्ष समिति के अध्यक्ष नरेंद्र रेड्डी ने लोगों से अपील की है बेशक प्रदर्शन जारी रहेगा. मगर इस प्रदर्शन को शांतिपूर्ण ढंग से चलाना होगा. इस प्रदर्शन के दौरान कोई भी तोड़-फोड़ या पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान नही पहुंचाया जाए. उन्होंने कहा कि इतने समय तक एसडीएम कार्यालय जंजैहली में चलते रहने के बाद स्थानांतरित किया जा रहा है. लोग सरकार से समस्या के समाधान का आश्वासन चाहते हैं.
मुख्यमंत्री से की समाधान की अपील
लोगों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से अपील की है कि अपने क्षेत्र की समस्या को निपटाने के लिए खुद उपस्थित हों. क्योंकि मुख्यमंत्री से पहले वह सराज के विधायक हैं. पिछले 10 दिनों से जंजैहली की जनता परेशानी झेल रही है. इधर, सराज संघर्ष समिति अपनी बैठक में आगामी रणनीति तैयार करेगी. इस बैठक में मिल्क फेड के पूर्व अध्यक्ष चेत राम, जगदीश रेड्डी सहित कई लोग शिरकत करने वाले हैं.