नई दिल्ली. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने जून में पूरे भारत में सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान लगाया है, जिसमें दीर्घावधि औसत (LPA) का लगभग 108 प्रतिशत वर्षा होने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने मंगलवार को कहा कि पूरे मानसून सीजन के दौरान, देश में 87 सेमी यानी LPA का 106 प्रतिशत बारिश हो सकती है, जो कुल मिलाकर सामान्य से अधिक बारिश का संकेत है।
उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य बारिश होने की संभावना है
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम रविचंद्रन ने कहा कि इस साल मानसून कोर जोन में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा और आसपास के क्षेत्रों से मिलकर बना यह प्रमुख कृषि क्षेत्र अपनी मौसमी बारिश के लिए दक्षिण-पश्चिम मानसून पर बहुत अधिक निर्भर करता है।
IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने क्षेत्रीय ब्यौरा देते हुए कहा कि उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य बारिश होने की संभावना है, जबकि पूर्वोत्तर में सामान्य से कम बारिश हो सकती है। मध्य और दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत दोनों में मानसून के दौरान औसत से अधिक बारिश होने की उम्मीद है।
मौसम कार्यालय ने X पर पोस्ट किया कि वर्ष 2025 के दौरान दक्षिण-पश्चिम मानसून मौसमी वर्षा के लिए Updated Long Term Forecast मात्रात्मक रूप से पूरे देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून मौसमी (जून से सितंबर, 2025) वर्षा एलपीए (दीर्घावधि औसत) की 106% होने की संभावना है। यह दर्शाता है कि मानसून सीजन (जून से सितंबर, 2025) के दौरान पूरे देश में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है। वर्ष 1971-2020 की अवधि के लिए पूरे देश में मौसमी वर्षा का एलपीए 87 सेमी है।