नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर के नौंगाम पुलिस स्टेशन में कल रात हुए हादसाई विस्फोट में नौ लोगों की जान चली गई। J&K DGP नलिन प्रभात ने बताया कि मृतकों में एक स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (SIA) का कर्मी, तीन फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) के सदस्य, दो क्राइम सीन फोटोग्राफर, दो रेवेन्यू अधिकारी जो मजिस्ट्रेट टीम का हिस्सा थे और एक दरजी शामिल हैं।
घायलों की संख्या 32, तुरंत मेडिकल सहायता प्रदान
केंद्रीय गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव (J&K डिवीजन) प्रशांत लोकहंडे ने नई दिल्ली में मीडिया को बताया कि विस्फोट में 27 पुलिस कर्मी, दो रेवेन्यू अधिकारी और तीन नागरिक घायल हुए। घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। लोकहंडे ने कहा कि सरकार इस कठिन समय में मृतकों के परिवारों के साथ खड़ी है।
सुरक्षा मानकों के तहत विस्फोटक पदार्थों का परीक्षण
लोकहंडे ने बताया कि विस्फोट उस समय हुआ जब एक आतंक मॉड्यूल की जांच के दौरान बरामद किए गए विस्फोटक पदार्थों और रसायनों को फॉरेंसिक परीक्षण के लिए प्रक्रिया में रखा गया था। उन्होंने कहा कि विस्फोटक पदार्थ पुलिस स्टेशन के खुले क्षेत्र में सुरक्षित रूप से रखे गए थे और उन्हें अत्यंत सावधानी से संभाला जा रहा था।
भवन और आसपास के ढांचे को भारी नुकसान
लोकहंडे ने बताया कि पुलिस स्टेशन की इमारत और आसपास के कुछ ढांचे भारी क्षति का शिकार हुए हैं। उन्होंने कहा कि हादसे का कारण अभी जांच के अधीन है और किसी अन्य अटकल की आवश्यकता नहीं है।
घटनास्थल और आगे की कार्रवाई
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने हादसे के तुरंत बाद आपातकालीन बचाव और राहत कार्य शुरू कर दिया है। घटनास्थल पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और घायल व्यक्तियों के इलाज में तेजी लाई जा रही है।
