नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को पुलिस ने गिरफ्तार करने के बाद रिहा कर दिया है. रिहा होने के बाद वे लखनऊ लौट गये हैं. अखिलेश यादव औरैया जा रहे थे. कल औरैया में विवाद होने के बाद सपा के पूर्व विधायक प्रदीप यादव को गिरफ्तार कर लिया गया था. पुलिस ने रास्ते में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर रखा था.
अखिलेश यादव के उन्नाव पहुंचते ही पुलिस ने उन्हे गिरफ्तार कर लिया. उन्हे उन्नाव के हसनगंज थाना क्षेत्र के धोरा में टोल टैक्स बैरियर के पास से गिरफ्तार किया गया. पुलिस उन्हे गिरफ्तार करने के बाद हसनगंज कृषि विज्ञान केन्द्र ले गयी. उनके साथ अन्य कार्यकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया गया. इनमें विधान पार्षद संतोष यादव, राजेश यादव और आनंद भदौरिया भी शामिल रहे.
बीजेपी की सरकार में, बीजेपी के नेता थाने चला रहे हैं, औरैया की पुलिस, 302 और 376 के झूठे मुकदमे अच्छे बना रही है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 16, 2017
पहले कयास लगाये जा रहे थे कि उन्हे नवाबगंज गेस्ट हाउस में रखा जाएगा. वहां पहले से ही पुलिस बलों को तैनात कर दिया गया था. बाद में समर्थकों की भीड़ को देखते हुए उन्हे हसनगंज ले जाया गया. सरकार ने आश्वासन दिया है कि सपा नेता प्रदीप यादव पर जो भी गलत धाराएं लगाई गईं हैं उसे हटा दिया जाएगा. समझौता होने के बाद अखिलेश यादव लखनऊ लौट गए हैं.
मालूम हो कि औरैया में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में विवाद हुआ था. आरोप है कि सपा कार्यकर्ताओं ने इस दौरान पुलिस पर पत्थरबाजी की थी. अवाना पुलिस ने प्रदीप यादव को मारपीट और हंगामे के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था.
आज सुबह से ही कानपुर के जीटी रोड पर सपाइयों ने प्रदर्शन किया. शिवराजपुर के दुबियाना गांव में प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम, विधायक अमिताभ बाजपेयी ने कार्यकर्ताओंं के साथ प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस के साथ उनकी तीखी झड़प भी हुई.