नई दिल्ली. भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने अब अपने ईमेल प्लेटफॉर्म को विदेशी कंपनियों से बदलकर Zoho Mail पर स्विच करने की घोषणा की है। चेन्नई स्थित भारतीय टेक कंपनी Zoho को अब वे अपना नया ईमेल प्लेटफॉर्म बना रहे हैं। शाह का यह कदम भारत सरकार के ‘डिजिटल आत्मनिर्भरता मिशन’ (Digital Self-Reliance Mission) को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
अमित शाह का नया ईमेल आईडी
अमित शाह ने अपने X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर पोस्ट करते हुए अपनी नई ईमेल आईडी साझा की 📧 amitshah.bjp@zohomail.inउन्होंने लिखा नमस्कार, मैंने अपना ईमेल Zoho Mail पर स्विच कर लिया है। कृपया आगे की सभी बातचीत के लिए मेरा नया ईमेल एड्रेस नोट करें। यह पोस्ट कुछ ही घंटों में वायरल हो गई और देशभर के टेक एक्सपर्ट्स, उद्यमियों और यूज़र्स ने शाह के इस कदम की सराहना की। उन्होंने इसे भारतीय टेक्नोलॉजी कंपनियों को बढ़ावा देने की दिशा में एक मजबूत संदेश बताया।
आखिर क्यों चुना Zoho Mail?
सूत्रों के मुताबिक, यह फैसला भारत सरकार की उस नीति का हिस्सा है जिसके तहत देश में विकसित टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म्स को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके पीछे कुछ प्रमुख कारण हैं:
डेटा प्राइवेसी और सुरक्षा:
Zoho Mail भारतीय कंपनी होने के कारण डेटा भारतीय सर्वरों पर स्टोर रहता है, जिससे विदेशी दखल की संभावना कम होती है।
स्वदेशी टेक्नोलॉजी को बढ़ावा
यह कदम आत्मनिर्भर भारत (Aatmanirbhar Bharat) मिशन के अनुरूप है, जो घरेलू टेक्नोलॉजी और स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करता है।
विदेशी कंपनियों पर निर्भरता घटाना:
पिछले कुछ वर्षों में कई विदेशी टेक प्लेटफॉर्म्स पर डेटा लीक और प्राइवेसी उल्लंघन की घटनाओं के बाद सरकार ने स्वदेशी विकल्पों की ओर रुख बढ़ाया है।
भारतीय टेक सेक्टर के लिए क्या मायने रखता है यह कदम?
अमित शाह जैसे वरिष्ठ नेता द्वारा Zoho Mail को अपनाना भारतीय सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है। इससे यह संदेश जाता है कि भारत के पास न केवल ग्लोबल स्तर की तकनीकी क्षमता है बल्कि सुरक्षित और भरोसेमंद डिजिटल समाधान भी हैं।
