नई दिल्ली. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने शनिवार को बस्तर के जगदलपुर में एक रैली में स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार नक्सलियों (Naxalites) से कोई बातचीत नहीं करेगी। उन्होंने नक्सलियों से फिर से आत्मसमर्पण (surrender) करने की अपील की और उन्हें सरकार की lucrative surrender and rehabilitation policy अपनाने की सलाह दी।
नक्सलियों को चेतावनी
अमित शाह ने नक्सलियों को चेताया कि यदि वे बस्तर क्षेत्र में शांति भंग करने की कोशिश करेंगे, तो security forces, CRPF और Chhattisgarh police द्वारा कड़ा जवाब दिया जाएगा। उन्होंने यह भी दोहराया कि देश में ‘Red Terror’ को अगले साल 31 मार्च तक समाप्त किया जाएगा।
शाह ने कही ये बात
कुछ लोग नक्सलियों के साथ talks की बात करते हैं। मैं एक बार फिर स्पष्ट कर दूँ: हमारी दोनों सरकारें, केंद्र और छत्तीसगढ़ सरकार, बस्तर और पूरे नक्सल प्रभावित क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। बात करने की क्या ज़रूरत है?
उन्होंने लेफ्ट (Left) पर इशारा करते हुए कहा कि हमने बहुत लाभदायक surrender policy बनाई है। आओ, हथियार डालो। यदि कोई हथियार उठाकर बस्तर की शांति भंग करने की कोशिश करता है, तो हमारी armed forces और पुलिस तुरंत जवाब देंगी।
बस्तर के विकास के लिए मोदी सरकार की सराहना
गृह मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और केंद्र सरकार की बस्तर क्षेत्र के विकास के लिए उठाए गए कदमों की सराहना की। उन्होंने बताया कि पिछले 10 वर्षों में छत्तीसगढ़ के विकास के लिए मोदी सरकार ने ₹4 लाख करोड़ से अधिक का आवंटन किया है। साथ ही भाजपा ने राज्य के आदिवासियों के सम्मान के लिए कई योजनाएँ भी शुरू की हैं।
स्वदेशी अपनाने पर शाह का संदेश
अमित शाह ने रैली में कहा कि यदि 140 करोड़ जनता Swadeshi culture अपनाती है, तो कोई नहीं रोक सकता कि हमारा भारत दुनिया की top economic system बन जाए। हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने GST दरों को कम करके बड़ी राहत दी है। अगर हम स्वदेशी को अपनाएँगे, तो हमारी अर्थव्यवस्था को जबरदस्त गति मिलेगी।