हमीरपुर. बीते सोमवार को हमीरपुर के भोरंज तहसील में एक दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. इस समारोह का उद्देश्य भारत सरकार के सौजन्य से किसानों और बागवानों को उत्पादन के बाद व्यापार, सब्जियों और फलों के बेहतर रख-रखाव, पैकिंग व ग्रेडिंग की जानकारी देने के लिए किया गया. इस शिविर में 100 से ज्यादा किसानों, बागवानों और पशुपालकों ने भाग लिया. समारोह की अध्यक्षता कृषि उपज मण्डी समिति के अध्यक्ष प्रेम कौशल ने की.
यहां पर प्रेम कौशल ने कहा कि हमीरपुर जिला में किसानों और बागवानों के पास सीमित मात्रा में भूमि है. इस कारण कम उपज से किसानों को उत्पादन के बाद व्यापार करने की समस्या आती है. इसलिए किसान सहकारिता के माध्यम से कृषि व्यवसाय और उपज का व्यापार करें. ताकि उनकी उपज के व्यापार की लागत कम हो सके और अपनी उपज का उचित लाभ प्राप्त कर सकें.
बच्चों को खेती-बाड़ी के बारे में जागरूक करे
उन्होंने किसानों तथा पशु पालकों से कहा कि अपने बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ खेतीबाड़ी व पशु पालन व्यवसाय के बारे में जागरूक करें. ताकि वह समय आने पर इस व्यवसाय को अपना कर अपने लिए रोजगार पैदा कर सकें. कृषि में युवाओं के लिए अपार संभावनाएं है. ग्रामीण क्षेत्र के विकास के लिए आधुनिक तकनीक से खेती-बाड़ी पर बल देना चाहिए.
किसान जैविक खेती अपनाएं
किसान पैदावार में बढ़ोत्तरी के लिए जैविक खेती को अपनाएं. प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए कई योजनायें चलाई है. उन्हे सरकारी योजनाओं का लाभ उठाना चाहिए.
समय-समय पर किसानों, बागवानों तथा पशु पालकों को जागरूक करने के लिए जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जा रहा है. आगे भी दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे ही जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाएगा. ताकि किसान नई-नई जानकारियों को हासिल कर इसका लाभ उठा सकें. प्रेम कौशल ने किसानों को शिविरों में भाग लेने के लिये प्रोत्साहित किया.