नई दिल्ली. Bihar Assembly Elections 2025 से पहले INDIA Alliance में सीट बंटवारे को लेकर गहमागहमी तेज़ हो गई है। RJD इस बार कांग्रेस पर दबाव बना रही है कि वह कम से कम 25 सीटों का त्याग करे, ताकि महागठबंधन में नए और प्रभावी दलों को शामिल किया जा सके।
RJD की रणनीति: वोटबैंक को यादव-मुस्लिम से आगे ले जाना
RJD को आशंका है कि केवल Yadav-Muslim वोटबैंक के सहारे सत्ता तक पहुँचना मुश्किल होगा। ऐसे में पार्टी चाहती है कि Mukesh Sahani की VIP पार्टी को कम से कम 10 सीटें दी जाएं Jharkhand Mukti Morcha (JMM) को सीमावर्ती क्षेत्रों में कुछ सीटें मिलें CPI-ML को उसकी Strike Rate के आधार पर ज्यादा सीटें दी जाएं इस रणनीति का मकसद है Extending the Social Base — यानी OBC, EBC, Dalit और अन्य वर्गों को साथ लाना।
2020 में Congress का प्रदर्शन बना चिंता का कारण
कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन सिर्फ 17 सीटों पर जीत हासिल कर सकी Political Analysts का मानना है कि Congress dragged down the alliance अब RJD और अन्य पार्टियों की कोशिश है कि कांग्रेस को 45 से 50 सीटों पर ही सीमित कर दिया जाए
कौन ले सकता है कांग्रेस की सीटें?
दल का नाम | संभावित सीटें | पिछली जीत | मौजूदा Demand |
---|---|---|---|
VIP (Mukesh Sahani) | 10 | 4 | 10 |
CPI-ML | 12 | 12 | 30 |
JMM | 1-2 | 0 | 2-3 |
RJD का तर्क है कि इन दलों की Vote Transfer Efficiency और सामाजिक पकड़ कांग्रेस से कहीं बेहतर है। वहीं Pashupati Paras जैसे नेताओं को लाकर दलित वोट भी साधने की कोशिश हो रही है।
क्या Congress राज़ी होगी?
महागठबंधन में कांग्रेस की केंद्रीय भूमिका को घटाकर सहयोगी भूमिका में लाने की योजना है। लेकिन इसमें सबसे बड़ी चुनौती यही है कि Congress आसानी से सीट छोड़ने को तैयार नहीं होगी।
हालांकि महागठबंधन के लिए यह जरूरी है कि “Dead Weight Politics” से बाहर निकलकर winnability पर फोकस किया जाए।