नई दिल्ली: बिपरजॉय चक्रवात का असर देखने को मिल रहा है. मौसम विभाग का कहना है कि बिपरजॉय 15 जून को सौराष्ट्र और कच्छ से टकराएगा. गुजरात में ही इसका सबसे ज्यादा असर होने की आशंका है. इसको लेकर गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने उच्च स्तरीय बैठक की है.
अमित शाह की बैठक जारी
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिपरजॉय की तैयारियों पर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं. बैठक में गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल और राज्य के आठ संभावित प्रभावित जिलों के सांसद, वर्चुअली शामिल हैं. एहतियात के तौर पर एनडीआरएफ की 21 और एसडीआरएफ की 13 टीमें तैनात की गई हैं. हजारों लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया जा चुका है.
आईएमडी के प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने बताया, “इससे संभवत: काफी अधिक नुकसान हो सकता है. गुजरात में कच्छ, देवभूमि द्वारका, जामनगर जिलों में 15 जून को 20 सेंटीमीटर से अधिक बारिश हो सकती है. आमतौर पर इन इलाकों में इतनी अधिक बारिश नहीं होती. इसलिए इससे निचले इलाकों में बाढ़ आने की आशंका है.”
20 हजार लोगों को निकाला गया
गुजरात के प्रभावित जिलों से अब तक 20 हजार से अधिक लोगों को निकाला गया है. जूनागढ़ जिले में 500, कच्छ में 6,786, जामनगर में 1,500, पोरबंदर में 543, द्वारका में 4,820, गिर-सोमनाथ में 408, मोरबी में 2,000 और राजकोट में 4,031 लोग सुरक्षित स्थानों पर गए हैं.
कंट्रोल रूम स्थापित
चक्रवात बिपरजॉय को लेकर गुजरात में जिला प्रशासन द्वारा सभी जिलों में नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं. टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1077 पर कॉल करके पूछताछ की जा सकती है.
हमारी तैयारी पूरी- कॉस्टगार्ड आईजी
समुद्री तूफान बिपरजॉय को लेकर कॉस्टगार्ड के आईजी मनीष पाठक ने कहा कि अभी सुमद्र में कोई फिशिंग बोट नहीं है. सारे मर्चेंट शिप को हिदायत दी गई है. हम 7 जून से ऐलान कर रहे हैं कि कोई समुद्र में नहीं जाए, इसका असर हुआ है. हमारी तूफान से निपटने के लिए पूरी तैयारी है.
कल हमने 50 लोगो को ऑयल रिंग से ध्रुव हेलीकॉप्टर के जरिये बचाया है. हमने अपने 7 युद्धपोत बचाव और राहत के लिए तैनात किये हैं. डोर्नियर को भी ऑपेरशन में लगाया गया है. डिजास्टर रिलीफ की 31 टीम तैनात हैं, इनमें लाइफ बोट, लाइफ जैकेट जैसे सारे उपकरण होते हैं.