कुल्लू. चुनाव आयोग द्वारा तारीखों की घोषणा के बाद से चुनावी सरगर्मियां तेज़ हो गयी हैं. हालांकि, अभी तक केवल माकपा लोकेंद्र कुमार को अपना प्रत्याशी तय कर, चुनावी रण में उतार पायी है. जबकि भाजपा की ओर से पूर्व विधायक किशोरी लाल सागर का नाम ही तय माना जा रहा है. कांग्रेस में अभी भी संशय की स्थिति बनी हुई है.
वहीं सोशल मीडिया में चारों ओर अफवाहों का बाजार लगातार गर्म है. खासकर कांग्रेस प्रत्याशी के टिकट को लेकर कभी ब्लॉक कांग्रेस कमेटी (बीसीसी) द्वारा समर्थित परस राम तो कभी दूसरे धड़े के बंसी लाल के नाम को फाइनल बताकर पोस्ट वायरल की जा रही हैं. जिस पर बीसीसी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में रोष और हताशा भी है.
वर्तमान विधायक खूब राम आनंद का नाम भी तीन लोगों के प्रस्तावित नामों में है. लेकिन सूत्रों की मानें तो उनके नाम की ठोस पैरवी करता कोई नज़र नहीं आ रहा है. जिससे आम जन मानस में चर्चा है कि आखिर पिछली बार लगातार 35 सालों से ज्यादा समय तक विधायक रहे ईश्वर दास और बीसीसी से टिकट के प्रबल दावेदार रहे दीवान सिंह का टिकट काट कर पैराशूट से उतारे गए पूर्व में भाजपा से दो बार जीत चुके और निर्दलीय चुनाव लड़ चुके खूब राम आनंद का पत्ता इस बार क्यों काटा गया. जबकि बीसीसी को इस बार भी दरकिनार किए जाने की अटकलों पर बीसीसी द्वारा पदों से सामूहिक इस्तीफा देने की अटकलों का भी बाजार गर्म है.
बीसीसी समर्थकों का कहना है कि हर बार संगठन की इच्छा को दबाया जा रहा है और पैराशूटी उम्मीदवार लाकर थोपा जा रहा है. जिससे कार्यकर्ता रूष्ट हैं. कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस बार भी अगर ऐसा ही वाकया देखने की मिला तो कार्यकर्ता और पदाधिकारी अपने पदों से इस्तीफा दे देंगे.
वहीं इस पर बीसीसी आनी के अध्यक्ष उत्तम ठाकुर का कहना है कि कार्यकर्ता निराश हैं, लेकिन उन्हें समझाया गया है कि पार्टी आलाकमान पर विश्वास रखें और टिकट फाइनल हो जाने तक ऐसा कोई कदम न उठाएं और सब्र रखें.