नई दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने गुरुवार को राजस्थान प्रदेश कार्यकारिणी की लंबे समय से लंबित सूची जारी कर दी। इस घोषणा के साथ ही पिछले कई महीनों से चल रही अटकलों पर विराम लग गया है। नई 34 सदस्यीय टीम राज्य अध्यक्ष मदन राठौड़ के नेतृत्व में बनाई गई है, जिसे पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। यह सूची BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा की मंजूरी के बाद जारी की गई।
नई टीम में पदों का बंटवारा
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, नई कार्यकारिणी में शामिल हैं:
9 उपाध्यक्ष
4 महासचिव
7 सचिव
1 कोषाध्यक्ष
1 सह कोषाध्यक्ष
सेल प्रभारी
7 प्रवक्ता
साथ ही मीडिया और सोशल मीडिया यूनिट का भी पूरी तरह पुनर्गठन किया गया है।
कौन बने उपाध्यक्ष?
मदन राठौड़ की नई टीम में उपाध्यक्षों की संख्या पहले की तुलना में एक कम है। नए चेहरों में शामिल हैं:
सुरेंद्र पाल सिंह टीटी
बिहारीलाल विश्नोई
छगन महुर
हकरु मैदा
अलका मुंडा
सरिता गेना
वहीं, पूर्व पदाधिकारी नाहर सिंह जोधा, मुकेश दाधीच और डॉ. ज्योति मिर्धा को फिर से शामिल किया गया है।
कौन हुए बाहर?
कई दिग्गज नेताओं को इस बार जगह नहीं मिली है, जिनमें शामिल हैं:
विधायक बाबा बालकनाथ
सरदार अजयपाल सिंह
पूर्व राज्यसभा सांसद नारायण पंचारिया
राज्यसभा सांसद चूनीलाल गरासिया
पूर्व मंत्री प्रभुलाल सैनी
पूर्व सांसद सी.आर. पाटिल
मोतीलाल मीणा
महासचिव पदों में बदलाव
महासचिवों की संख्या 5 से घटाकर अब 4 कर दी गई है। इनमें से पिछली कार्यकारिणी से केवल श्रवण सिंह बागड़ी को दोबारा मौका मिला है।
नए महासचिव नियुक्त किए गए हैं:
कैलाश मेघवाल
भूपेंद्र सैनी
मिथिलेश गौतम
वहीं, कई नेताओं को इस पद से बाहर कर दिया गया है, जिनमें शामिल हैं:
विधायक जितेंद्र गढ़वाल
सांसद दामोदर अग्रवाल
पूर्व सांसद संतोष अहलावत
देव नारायण बोर्ड के चेयरमैन ओमप्रकाश भदाना
कई नेताओं को संगठन में प्रमोशन
नए संगठन में कई नेताओं को पदोन्नत किया गया है।
भूपेंद्र सैनी और मिथिलेश गौतम को सचिव से बढ़ाकर महासचिव बनाया गया है।
एससी मोर्चा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल को पदोन्नत किया गया है।
एसटी मोर्चा अध्यक्ष नारायण मीणा को सचिव बनाया गया है।
अन्य महत्वपूर्ण नियुक्तियां
पंकज गुप्ता को कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
सह कोषाध्यक्ष, कार्यालय सचिव, सोशल मीडिया प्रभारी, IT प्रभारी और मीडिया प्रभारी जैसे पद भी नए रूप में भरे गए हैं।
बदलाव के पीछे राजनीतिक संकेत
यह पहला बड़ा संगठनात्मक फेरबदल है जो मदन राठौड़ के जुलाई पिछले वर्ष राज्य BJP अध्यक्ष बनने के बाद हुआ है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि यह बदलाव काफी पहले होना चाहिए था, जिससे अब जिम्मेदारियों के बंटवारे में स्पष्टता आएगी और कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार होगा।
डॉ. ज्योति मिर्धा की भूमिका मजबूत
सबसे खास बात यह है कि पूर्व कांग्रेस सांसद और 2023 विधानसभा चुनाव से पहले BJP में शामिल हुईं डॉ. ज्योति मिर्धा को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है। इसे पार्टी में उनकी बढ़ती राजनीतिक भूमिका का संकेत माना जा रहा है।
नई कार्यकारिणी के गठन को राजस्थान में BJP की संगठनात्मक मजबूती और भविष्य की रणनीति के लिहाज से अहम माना जा रहा है। अब देखना होगा कि यह टीम आने वाले राजनीतिक समीकरणों में कैसा प्रदर्शन करती है।
